दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा जारी शुरुआती रुझान के बाद भाजपा गदगद है। शुरुआती रुझानों में भाजपा बहुमत के आंकड़े से बहुत आगे निकल गई है।
10 साल से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पिछड़ती जा रही है। हालांकि, अभी वोटों की गिनती जारी है। कुछ देर बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के तहत शनिवार को जारी मतगणना के रूझानों में निर्णायक बढ़त मिलते ही राजधानी स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय में समर्थकों ने जश्न की शुरुआत कर दी।
समर्थकों ने ढोल बजाकर नृत्य किया और पार्टी के झंडे लहराए। भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के ‘कटआउट’ पकड़े हुए समर्थकों ने एक-दूसरे को भगवा रंग भी लगाया। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नवीनतम रुझानों के अनुसार, दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में से भाजपा 41 जबकि आम आदमी पार्टी (आप) सीट 29 पर आगे है।
चुनाव आयोग द्वारा 70 सीटों पर आए शुरुआती रुझानों के बाद न्यूज एजेंसी से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने बात की। उन्होंने कहा, “हम दिल्ली की जनता का आशीर्वाद देख सकते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि जिस तरह से दिल्ली की जनता ने अपना समर्थन दिया है और जिस तरह से शुरुआती रुझान भाजपा के पक्ष में हैं, अंत तक यह संख्या वैसी ही रहेगी। मैं बड़ी विनम्रता के साथ दिल्ली की जनता को अपना सादर प्रणाम करता हूं।”
भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा, “हमारी जो भविष्यवाणी थी, वह सच में बदल रही है। यह सच्चाई का क्षण है, आखिरकार लोगों को समझ आ रहा है कि आपका असली चरित्र क्या है, जब साफ पानी ही नहीं है तो पानी की सब्सिडी का क्या फायदा।”
भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने कहा, “परिणाम बदलेंगे और अंतिम परिणाम शुरुआती रुझानों से बेहतर होंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की गारंटी अच्छी तरह से स्थापित है और दिल्ली के लोग उनकी नीतियों पर भरोसा करते हैं।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सुबह से मिल रहे शुरुआती रुझानों को देखते हुए आम आदमी पार्टी के तमाम बड़े नेता अभी मौन धारण किए हुए हैं। न तो सोशल मीडिया पर और न ही किसी मीडिया के सामने कोई भी बयानबाजी बाहर आई है।
देखने को मिलता है कि सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी हमेशा एक्टिव रहती है और लगातार उनके पोस्ट सामने आते हैं, लेकिन शनिवार सुबह से ही आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई भी पोस्ट नहीं किया गया है और न ही कोई टिप्पणी की गई है। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी अभी और भी ज्यादा इंतजार करना चाहती है और यह देखना चाहती है कि नतीजे उनके पक्ष में दिखाई दें। फिर उनके नेता और आम आदमी पार्टी खुलकर बोलना शुरू करें।
शुरुआती रुझानों में जहां एक तरफ अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आतिशी, जो आम आदमी पार्टी के तीन बड़े नाम हैं, वह लगातार पीछे दिखाई दे रहे थे। कुछ ऐसा ही हाल मनीष सिसोदिया का भी है। जैसे-जैसे आंकड़े सामने आ रहे हैं, अरविंद केजरीवाल लीड लेते हुए और फिर से पिछड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
आतिशी के इलाके से अभी भी खबर उनके पक्ष में नहीं है। शुरुआती रुझानों में भाजपा को पूर्ण बहुमत की तरफ जाते हुए दिखाया जा रहा है और आम आदमी पार्टी को नुकसान होता दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि अभी आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई बयानबाजी या कोई दावा नहीं किया जा रहा है। सभी नेता आने वाले आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि अगले आंकड़े उनके पक्ष में रहेंगे।
बता दें कि 70 सीट पर मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के शुरुआती रुझान में 44 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है, और आम आदमी पार्टी (आप) 26 सीटों पर आगे चल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई। दिल्ली में 19 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती की जा रही है। आज 699 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला होगा।
दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में दबदबा बनाने वाली आप ने 2020 के चुनाव में 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने आठ सीटें अपने नाम की थीं। दिल्ली में 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पिछले दो विधानसभा चुनावों में अपना खाता खोलने में विफल रही और इस बार भी उसका प्रदर्शन ऐसा ही रहने का अनुमान है, क्योंकि शुरुआती रुझानों में कांग्रेस काफी पीछे है।