दिल्ली में जल संकट जारी है। इसी बीच दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला भी ले लिया है। दिल्ली में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार के फैसले के तहत अब एडम और एसडीएम पानी की पाइपलाइन की मॉनिटरिंग करेंगे। सरकार का कहना है कि अगर कहीं भी पानी की लीकेज होती है तो इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पानी की एक भी बूंद को बर्बाद होने से रोकने के लिए हर कदम उठाया जाएगा।
इस फैसले को लेकर दिल्ली की मंत्री आदेशों ने चीफ सेक्रेटरी को एक पत्र लिखा है। मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि तहसीलदारों के साथ एडीएम/एसडीएम स्तर के अधिकारियों की टीमें जल स्रोतों से लेकर जल उपचार संयंत्रों और डब्ल्यूटीपी से लेकर प्राथमिक यूजीआर तक मुख्य जल वितरण नेटवर्क की निगरानी और निरीक्षण करें। अगर कोई रिसाव है तो उसे 12 घंटे के भीतर ठीक किया जाना चाहिए।
इस संबंध में आतिशी ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि पानी की बर्बादी ना हो। एडम और एसडीएम स्तर के अधिकारियों और तहसीलदारों व अन्य अधिकारियों की टीमें तैनात की जाएगी ताकि वह पानी की बर्बादी होने से रोक सके। इसके अलावा इन टीम ऑन की जिम्मेदारी होगी कि पंकज नहीं के टाइम करो की व्यवस्था करें और पानी से संबंधित शिकायतों को दूर करें जिससे
दिल्ली की जनता को पानी की समस्या से जूझना ना पड़े। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में पेयजल का गंभीर संकट बना हुआ है। इसके बाद भी कई स्थानों पर पानी की बर्बादी हो रही है। कई इलाकों में पाइप लाइन लीक होने के मामले में देखने को मिल रहे हैं।