दिल्ली मंगलवार को भी सुबह के समय धुंध की चादर में लिपटी रही, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शहर में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस साल अब तक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘गंभीर’ श्रेणी में नहीं पहुंचा है। इसमें योगदान देने वाले कई कारक हैं। सबसे पहले, दिल्ली में विंटर एक्शन प्लान के तहत प्रदूषण को कम करने के कदम उठाए गए हैं। दूसरा, पराली जलाने की घटनाओं में भी कमी आई है। तीसरा, गर्म तापमान और हवा।
गोपाल राय ने कहा कि लगभग हर साल, दिल्ली का AQI 400 से अधिक हो जाता है और कई दिन ऐसे रहे हैं जब AQI ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी तक चला गया, लेकिन, इस वर्ष, AQI ‘गंभीर’ श्रेणी तक नहीं गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार शाम चार बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 352 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 335 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़ों से पता चला है कि सोमवार को 38 निगरानी केंद्रों में से चार में एक्यूआई 400 से उपर दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में आता है। इनमें बवाना, जहांगीरपुरी, रोहिणी और वजीरपुर शामिल हैं।
इस बीच सुबह और शाम के समय शहर में धूमकोहरे की मोटी परत छाई रही, अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान भी मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक रहा और यह सुबह नौ बजे 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में दिन के दौरान आर्द्रता का स्तर 96 से 72 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विभाग ने मंगलवार को मध्यम कोहरा रहने तथा अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान जताया है।