हल्द्वानी हिंसा के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उन रसूखदारों की पहचान में जुटी हुई है, जिन्होंने लुक आउट सर्कुलर जारी होने के बाद वांटेड दंगाई को शरण दी थी। सूत्रों के मुताबिक पुलिस मुख्य दंगाई को शरण देने वाले दिल्ली, गुजरात, चंडीगढ़ आदि शहरों के कुछ बड़े कारोबारियों और राजनैतिक लोगों को चिह्नित कर चुकी है। साथ ही कई अन्य रसूखदारों का मलिक से कनेक्शन टटोला जा रहा है। जल्द ही पुलिस इस मामले में एक्शन ले सकती है। नैनीताल एसएसपी पीएन मीणा के मुताबिक अब्दुल मलिक जिन-जिन शहरों में छिपा हुआ था, उन इलाकों में उसे पनाह देने वालों की जांच की जा रही है।
दंगा भड़काने के बाद पुलिस से बचने के लिए मास्टर माइंड मलिक 16 दिन तक देश के अलग-अलग शहरों में शरण लेता रहा। पुलिच जांच में सामने आया है कि मलिक हल्द्वानी से सीधे देहरादून पहुंचा था। वहां से वह दिल्ली, गुजरात, मुंबई, चंडीगढ़ फिर भोपाल और वापस दिल्ली लौटा था। इस दरमियान कई रसूखदारों ने मलिक की हर तरह से मदद की थी। मलिक का बिजनेस उत्तराखंड ही नहीं देश के कई राज्यों में फैला हुआ है। कई रसूखदारों से उसके गहरे ताल्लुकात हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि फरारी के दौरान मास्टर माइंड अब्दुल मलिक दिल्ली, गुजरात, भोपाल, चंडीगढ़ समेत देश के कई शहरों में ठिकाने बदलते हुए पनाह लेता रहा। जहां-जहां मलिक ठहरा वहां उसके रहने और खाने-पीने तथा छिपने के लिए आलीशन इंतजाम किए गए थे। इतना ही नहीं उन्हीं पनाहदाताओं ने मलिक को फोन आदि की सुविधा भी उपलब्ध कराई थी।