भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली और पंजाब की तरह उत्तर प्रदेश में भी घरेलू बिजली का बिल माफ होना चाहिए। बलरामपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे राजभर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। अपने विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले राजभर ने नेताओं पर आरोप लगाया, “ दारू, मुर्गा और पैसे देकर नेता वोट ले लेते हैं, लेकिन जनता को कुछ दिया नहीं है। नेताओं ने सिर्फ जनता को गुमराह करके रखा है, लेकिन हम उत्तर प्रदेश और बिहार में जनता को जागरूक करने के लिए निकले हैं।”
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए सुभासपा प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी विधायकों को 25-25 लाख रुपये लोगों के इलाज के लिए दिए हैं लेकिन इस बात की लोगों को जानकारी नहीं है। उन्होंने मांग कि की दिल्ली और पंजाब की तरह घरेलू बिजली का बिल माफ होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “अगर गुजरात, बिहार और पुडुचेरी में शराब बंदी हो सकती है तो पूरे देश में शराबबंदी क्यों नहीं हो सकती।” राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा, “सपा राज को गुंडाराज की संज्ञा दी जाती है जबकि योगी राज में कानून व्यवस्था बेहतर है। यहां तक कि सात वर्ष में एक भी दंगा प्रदेश में नहीं हुआ है।” उन्होंने दावा किया कि राजग उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटें तथा पूरे देश में 400 सीटें जीतेगा।
राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था और उसे प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में छह सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि बाद में वह सपा से नाता तोड़कर राजग में शामिल हो गये।
इसके पहले वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में बनी राजग सरकार में राजभर पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री थे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मनमुटाव के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले वह सरकार से अलग हो गये थे। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से विधायक हैं।