बता दें कि ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजेडी की सरकार है, जबकि आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व में वाईएसआरसीपी की सरकार है।
दरअसल दिल्ली ऑर्डिनेंस बिल को संसद में बीजू जनता दल और वाईएसआरसीपी ने समर्थन देने का फैसला लिया है। जबकि आम आदमी पार्टी तमाम विपक्षी दलों से इस बिल का सदन में विरोध करने की अपील कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ विपक्ष के दल जिसमे बीजेडी, वाईएसआरसीपी व अन्य दल शामिल हैं, वह भाजपा की संसद में मदद कर रहे हैं। इन दलों के अपनी राजनीतिक वजह हो सकती है। लेकिन भाजपा को जब इन दलों की सरकार को गिराने का मौका मिलेगा तो वह इससे पीछे नहीं हटेगी।
आज गृहमंत्री अमित शाह संसद में गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली (अमेंडमेंट) बिल 2023 को पेश करेंगे। इससे पहले मंगलवार को बीजू जनता दल के सांसद सस्मित पात्रा ने कहा था कि उनकी पार्टी इस बिल का समर्थ करेगी।
इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बीजेडी और वाईएसआरसीपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि मैं समझ सकता हूं कि भाजपा के सांसद इस बिल का समर्थन क्यों कर रहे हैं, लेकिन बीजेडी और वाईएसआरसीपी किस वजह से इसका समर्थन कर रहे हैं यह समझ से परे है। बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया था।