राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी की शुरूआत हो चुकी है। बदलते मौसम के साथ ही अब प्रदूषण का स्तर भी गिरने लगा है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर आज से खराब श्रेणी में पहुंच सकता है। अनुमान है कि हवाओं की दिशाएं उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम से बदलकर सिर्फ उत्तर-पश्चिम हो सकती है। गति भी घटकर 12 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है। मौसम कार्यालय ने कहा कि दिल्ली का AQI बुधवार को 135 की रीडिंग के साथ ‘मध्यम’ श्रेणी में रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे 19.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
कैसी होती वायु गुणवत्ता
0-50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को ‘अच्छा’
51-100 के बीच ‘संतोषजनक’
101-200 के बीच ‘मध्यम’
201-300 के बीच ‘खराब’,
301-400 के बीच ‘बहुत खराब’
और 401-500 के बीच गंभीर माना जाता है।
500 से ऊपर का AQI ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में आता है। राष्ट्रीय राजधानी में सापेक्ष आर्द्रता 81 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम कार्यालय ने दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है।
वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को एक परियोजना स्थल पर धूल नियंत्रण मानदंडों के कथित उल्लंघन के लिए केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली निर्माण कंपनी एनबीसीसी इंडिया को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक, हवाओं के रुख में आए मामूली बदलाव के कारण मंगलवार को दिल्ली के प्रदूषण सूचकांक में मामूली बढ़त हुई। सोमवार को दिल्ली का प्रदूषण सूचकांक 175 दर्ज किया गया था, जो मंगलवार को बढ़कर 180 हो गया, जोकि मध्यम स्तर है। बुधवार को यह बढ़कर 200 पार जा सकता है, जो खराब श्रेणी रहेगी। 13 अक्तूबर तक वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी के निचले स्तर पर रहने की आशंका है।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए सितंबर में 15 सूत्री कार्ययोजना शुरू की थी जिसमें धूलकण प्रदूषण, वाहन उत्सर्जन और खुले में कचरा जलाने की समस्याओं के समाधान पर बल दिया गया है।