दारुल उलूम मोहतमिम कार्यालय की तरफ से आदेश पत्र जारी किया गया है। इसमें अकीदत के साथ दारुल उलूम की इमारतों को देखने के लिए आने वाली महिलाओं के आने पर अस्थाई रोक लगाने के की बात कही गई है।
पत्र में कहा गया है कि संस्था में प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन होने वाला है। इसके लिए देशभर से बड़ी संख्या में तलबा (छात्र) आ रहे हैं। व्यवस्था बनाए रखने को घूमने आने वाले लोग अपने साथ महिलाओं और बच्चों को नहीं लेकर आएं।
यह पहली बार नहीं है जब दारुल उलूम ने महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगी हो।इससे पहल पिछले साल मई में भी संस्था ने महिलाओं महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। यह कार्रवाई रील बनाने और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की शिकायत की गई थी। फिर नवंबर में नए नियमों के साथ प्रवेश की इजाजत दी गई थी। उस समय महिलाओं के प्रवेश के लिए विजिटर कार्ड अनिवार्य किया गया था। इसके लिए उन्हें अपना आईडी कार्ड देना पड़ता था। विजिटर कार्ड सिर्फ दो घंटे के लिए मान्य होता था और महिलाओं को सूर्यास्त से बाहर निकलने का निर्देश दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी कार्यवाहक मोहतमिम दारुल उलूम ने बताया कि महिलाओं पर संस्था में घूमने को लेकर प्रतिबंध नहीं लगाया है। संस्था में प्रवेश परीक्षा के दौरान भीड़ से बचने के लिए यह व्यवस्था की है। परीक्षा के बाद इसे हटा लिया जाएगा।