एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के ऐलान से ठीक पहले महाराट्र के विपक्षी एमवीए गठबंधन पर निशाना साधते हुए सीधी चुनौती दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा “मुझे हल्के में लिया था, दाढ़ी को अब हल्के में मत लेना, दाढ़ी ने आपकी महाविकास अघाड़ी को गड्ढे में डालने का काम किया था, चालू सरकार को टांगा। उन्होंने कहा ऐसा करने के लिए हिम्मत लगती है और ये डेयरिंग काम करने के लिए जिगर लगता है।”
बता दें एकनाथ शिंदे ही हैं जिन्होंने उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बगावत ही महाराष्ट्र की तत्कालीन उद्धव ठाकरे के प्रतिनिधित्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार के पतन का कारण बनी थी। इतना ही नहीं एकनाथ शिंदे ने भाजपा से हाथ मिलाकर नया गठबंधन गठित कर वर्तमान महायुति सरकार का गठन किया था। जिसमें बाद में शरद पवार की एनसपी से बगावत कर अजित पवार भी अपने गुट के विधायकों के साथ महायुति में शामिल हो गए थे।
बता दें महाराष्ट्र में 2019 के चुनाव के बाद अहम बदलाव हुए हैं। 2019 के चुनाव में जो दोस्त थे वो अब 2024 के चुनाव मैदान में दुश्मन बन चुके हैं। शिवसेना और एनसीपी जैसी महाराष्ट्र की प्रमुख स्थानीय पार्टियां एकनाथ शिंदे और अजित पवार की बगावत के बाद दो गुटों में बंट चुकी हैं। ये ही वजह है कि राज्य में चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही उत्सुकता बढ़ चुकी है, सभी की निगाहें प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों, महा अघाड़ी और महायुति की उभरती रणनीतियों पर टिकी हैं।