बिहार के दरभंगा में ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज यानि एम्स बनाने को लेकर अभी भी विवाद जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से शुरू हुआ वह विवाद खतम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच जदयू के राष्ष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद लल्लन सिंह ने यह कहकर मामले को और भी गरमा दिया है कि केंद्र की सरकार बिहार के दरभंगा में एम्स बनाना ही नहीं चाहती है । न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान लल्लन सिंह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्ताव पर केंद्र की सरकार ने स्वीकृति थी, और आज भाजपा के लोग नीतीश कुमार पर ही आरोप लगा रहे हैं।
लल्लन सिंह ने कहा है कि जिस जगह एम्स के लिए बिहार की सरकार ने जमीन चिन्हित की है, वहां पर बिहार की सरकार चार लेन की सरकार भी बनवाने जा रही है। उन्होंने कहा कि खुद नीतीश कुमार ने उस जमीन का मुयायना करने के बाद उसे फ़ाइनल किया था। यही नहीं उस जमीन की भराई के लिए 300 करोड़ रूपये सैंक्शन भी कर दिए गए थे। लल्लन सिंह ने बताया कि नीतीश कुमार ने पत्रकारों से भी कहा था की वो लोग भी जाकर देख लें कि एम्स के लिए दरभंगा में कौन सी जमीन चिन्हित की गई है।
उनके मुताबिक वह जमीन छह लेन के किनारे है। जबकि बिहार सरकार ने वहां आने जाने के लिए चार लेन की सड़क बनवाने का प्लान तैयार कर लिया है। बकौल लल्लन सिंह मुख्यमंत्री चाहते थे कि एक बड़ा अस्पताल पटना में हैं, दूसरा बड़ा अस्पताल दरभंगा में हो। दरभंगा वाले अस्पताल को अपग्रेड कर विकसित अस्पताल बना दिया जाए। लेकिन केंद्र की सरकार ने राजनीति के तहत एम्स के काम को लटका रखा है।