त्योहार में भीड़ भाड़ और जाम से बचने के लिए ज्यादातर लोग अब ऑनलाइन ट्रेडिंग की तरफ बढ़ गई हैं। लोग घर बैठे खरीददारी कर रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में आगामी पर्व दीपावली को देखते हुए छोटे-मझोले दुकानों में रौनक लौटाने हेतु ऑनलाइन व्यापार का पूरी तरह से बहिष्कार करने के गुहार के साथ उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल (कंछल गुट) ने उपभोक्ता जागरूकता का एक कार्यक्रम मैदागिन चौराहे पर आयोजित किया।
मंडलीय अध्यक्ष विजय कपूर ने बताया कि वर्तमान समय में छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन ट्रेडिंग ने कुचल कर रख दिया है। इंटरनेट के इस युग में सब कुछ ऑनलाइन होता जा रहा है। बैंकिंग से लेकर मार्केटिंग तक सब कुछ एक छोटे से स्मार्टफोन में सिमट कर रह गया है। इसका सबसे बड़ा दुष्परिणाम यह हुआ कि सोशल मीडिया पर तो लोग एक दूसरे से हजारों की संख्या में जुड़े हैं लेकिन घर मोहल्ले में एकदम अकेले हो गए हैं। स्थानीय बाजार को भी इसका नुकसान हुआ है, पहले बाजार जाकर वह भी पूरे परिवार के साथ खरीदारी करना एक अलग ही आनंद देता था। मगर अब ऑनलाइन शॉपिंग अथवा ऑनलाइन पेमेंट ने ग्राहकों को घर में ही रहने को प्रेरित किया है। नतीजन छोटे दुकानदारों का जीवन-यापन मुश्किल हो गया है। इन दुकानों में काम करने वाले लोग आहिस्ता-आहिस्ता बेरोजगार होते जा रहे हैं ।
व्यापारी और मंडलीय महासचिव मुकेश जायसवाल ने बताए कि ई-कॉमर्स का जाल हर तरफ फैल गया है। महानगर या बड़े शहर ही नहीं गांवो में भी अब सामान की ऑनलाइन डिलीवरी होने लगी है, इससे स्थानीय दुकानदार को भारी चुनौती मिल रही है, एक दिक्कत यह भी है कि ऑनलाइन कंपनियां हर खास अवसर पर सेल लाती रहती है, जिसमें औने-पौने दाम पर भी सामान बेचना शुरू कर देती है । स्थानीय दुकानदारों के लिए इस रणनीति की तोड़ निकालना मुश्किल है । वह छोटे व्यापारी एवं छोटे पूंजी के मालिक होते है चाहकर भी वे अपने सामान औने-पौने दाम पर नहीं बेच सकते हैं इनके पास अपने उत्पादों की मार्केटिंग करने या शोरूम खोलने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं होती है। ऐसे में वे स्पर्धा में पिछड़ने लगते हैं यह बड़ी मछलियों द्वारा छोटी मछलियों को निगलने जैसा ही है। ई-कॉमर्स स्थानीय बाजार को पूरी तरह से निगल रहा है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि दीपावली एक बड़ा पर्व होता है, जिसमें हर घर से लोग खरीद फरोख्त करते हैं। ऐसे में हम शपथ ले कि हम दीपावली के पावन पर्व पर पूरी तरह से ऑनलाइन ट्रेडिंग का बहिष्कार करते हुए, छोटे-मझोले व्यापारियों के प्रतिष्ठानों से क्रय और विक्रय करने के साथ उनके डूबते हुए व्यापार को बचाने हेतु आवश्यक कदम उठाएंगे, जिससे उनके परिवार में भी उत्साह का माहौल प्रज्वलित हो।