तेलंगाना के मुलुगु जिले में नक्सलियों के हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। नक्सलियों ने यह हमला आईईडी विस्फोट के जरिए किया है। जिस इलाके में हमला हुआ है, वो छत्तीसगढ़ के सुकमा बॉर्डर से लगा हुआ है। नक्सलियों को पुलिसकर्मियों के मूवमेंट की पहले से जानकारी थी। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं।
पुलिस ने बताया कि हादसा उस समय हुआ जब पुलिस की टीम रूटीन कॉम्बिंग कर रही थी, इस दौरान नक्सलियों ने ब्लास्ट कर लिया। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इससे पहले 7 मई को छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर बीजापुर जिले के जंगलों में कर्रेगुटा पहाड़ियों के जंगलों में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। इस दौरान जवानों ने 22 से ज्यादा नक्सलियों को ढेर कर दिया। इसकी जानकारी न्यूज एजेंसी के जरिए सामने आई है। ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि कर्रेगुट्टा पहाड़ियों के जंगलों में बुधवार की सुबह भी गोलीबारी हुई थी।
अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन
बता दें कि कर्रेगुटा की पहाड़ियों में सुरक्षाबलों ने 22 अप्रैल से ही ऑपरेशन चला रखा है। कर्रेगुटा का पहाड़ पांच हजार फीट की ऊंचाई पर है। ऐसे में करीब 20 हजार से अधिक जवानों ने पहाड़ पर मौजूद 2 हजार से अधिक नक्सलियों को घेर लिया है। इसमें हिडमा और देवा जैसे नक्सली लीडर भी शामिल है। जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। अब तक किसी भी राज्य सरकार ने इतना बड़ा नक्सल ऑपरेशन लॉन्च नहीं किया है। ऐसे में इस नक्सल ऑपरेशन को सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है।
ऑपरेशन में 24 हजार से ज्यादा जवान शामिल
इस ऑपरेशन में जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स, स्पेशल टास्क फोर्स, राज्य पुलिस की सभी इकाईयां, सीआरपीएफ समेत कुल 24000 पुलिसकर्मी शामिल हैं। बस्तर रेंज के आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद सुरक्षा बल इस निर्णायक अभियान को पूरी प्रतिबद्धता और दृढ़ सकंल्प के साथ बढ़ रहे हैं। कई ठिकाने और बंकर नष्ट किए गए हैं।