महाराष्ट्र के डोंबिवली के देवीचापाड़ा इलाके में रविवार सुबह एक चमत्कारिक घटना घटी, जिसने सभी को हैरान कर दिया। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि ‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय’।
कैसे घटी घटना?
13 मंजिला इमारत के तीसरी मंजिल से गिरते हुए दो वर्षीय बच्चे को वहां रहने वाले भावेश म्हात्रे नाम के युवक ने अपनी जान की परवाह किए बिना बचाने की कोशिश की। भावेश ने तेजी से दौड़कर बच्चे को कैच करने का प्रयास किया। हालांकि, बच्चा उनके हाथ से फिसल गया, लेकिन इस बहादुरी से वह सीधे जमीन पर गिरने से बच गया और सिर्फ मामूली चोटें आईं।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
यह पूरी घटना पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें भावेश की तत्परता और बहादुरी साफ देखी जा सकती है। इतनी ऊंचाई से गिरने के बावजूद बच्चे का बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। बच्चे को मामूली चोटें आई हैं, और उसका इलाज कराया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को कोई गंभीर चोट नहीं आई है। भावेश म्हात्रे की इस बहादुरी की जमकर सराहना हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भावेश की तत्परता ने एक बच्चे की जान बचाकर इंसानियत और साहस की मिसाल पेश की है।
बच्चे के परिवार ने घटना का वीडियो देखकर अपनी खुशी और भावनाएं व्यक्त कीं। उनका कहना है कि भावेश की इस बहादुरी के लिए वे जीवनभर उनके आभारी रहेंगे। यह घटना दिखाती है कि थोड़ी सी जागरूकता और साहस किसी की जिंदगी बचा सकती है। भावेश म्हात्रे की यह बहादुरी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि समाज में इंसानियत की ताकत का भी उदाहरण पेश करती है।