कर्नाटक मिल्क फेडरेशन ने तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में घी की सप्लाई को रोक दिया है। कंपनी नंदिनी ब्रांड से दूध-घी बेचती है। कंपनी ने घी के दाम के विवाद के चलते इसकी सप्लाई को रोक दिया है।
केएमएफ आंध्र प्रदेश स्थित तिरुमाला मंदिर में काफी समय से घी बेच रही है, लेकिन अब कंपनी ने दाम के विवाद के चलते इसकी सप्लाई को रोक दिया है। कंपनी ने टेंडर में भाग लेने से भी इनकार कर दिया है। कंपनी प्रतिस्पर्धात्मक कीमतों पर घी की सप्लाई नहीं करना चाहती है।
केएमएफ के एमडी जगदीश का कहना है कि जब टेंडर में बदलाव किया गया तो हर किसी ने इसमे हिस्सा लिया, जिसने भी कमकीमतों की बोली लगाई, उसे इसका टेंडर मिल गया। हमने 400 रुपए प्रति किलो घी देने की बात कही। लेकिन जब किसी ने 1-2 रुपए कम कर दिए तो टेंडर उसे चला जाएगा। मुझे नहीं पता वो किस दाम पर खरीद रहे।
जगदीश ने कहा कि कम दाम पर देना सही नहीं है क्योंकि हमे नुकसान होगा। एक साल पहले मंदिर के ट्रस्ट ने हमे कहा था कि आप टेंडर में हिस्सा लीजिए। लेकिन हम इतने कम दाम पर घी नहीं दे सकते हैं, जो भी कम दाम पर बोली लगाता है उसे टेंडर मिल जाता है।
हमारे दाम फिक्स हैं, हमने कहा कि हम अपने दाम पर घी सप्लाई करेंगे, लेकिन उनका कहना था कि हम इतने पैसे नहीं देंगे। लिहाजा हमने सप्लाई को रोक दिया है। वहीं तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के एग्जेक्युटिव ऑफिर धर्मा रेड्डी का कहना है कि केएमएफ गलत आरोप लगा रहा है।
धर्मा रेड्डी ने कहा कि पिछले 20 साल से ये हमे लड्डू बनाने के लिए घी की सप्लाई नहीं कर रहे हैं। 2023 में इन्होंने बोली में भी हिस्सा नहीं लिया। हमे कम दाम पर अपनी जरूरत के अनुसार घी की आवश्यकता होती है। बोली हर किसी के लिए खुली थी, केएमएफ भी इसमे हिस्सा ले सकता था। लेकिन ऐसा करने की बजाए वो गल आरोप लगा रहे हैं। ई टेंडर को पारदर्शिता के साथ पूरा किया जाएगा। हमे अच्छी गुणवत्ता वाले सप्लायर चाहिए, जो इसे कम दाम पर मुहैया करा सके।