हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की रैली में मौजूद फरीदाबाद के गौ-रक्षक बिट्टू बजरंगी पर हमला हुआ, जिससे नूंह में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी। बिट्टू बजरंगी ने अब कहा है कि रैली में कुछ लोग जो हथियार लेकर आए थे, वो सिर्फ पूजा के लिए थे।
बिट्टू बजरंगी ने कहा, “हमने महिलाओं और बच्चों के साथ रैली में हिस्सा लिया। क्या हम किसी पर हमला करेंगे? हर साल शांतिपूर्वक रैली निकाली जाती है। हम तलवार लेकर आए थे लेकिन वो पूजा करने के लिए थे…हत्या के लिए नहीं।”
इंडिया टुडे के मुताबिक बिट्टू बजरंगी ने कहा, “मंदिर में पूजा के बाद, हमने खाना खाया और कीर्तन का आयोजन किया गया। जैसे ही हम लौटने के लिए निकले, हमने देखा कि हमारे सामने बसों में आग लगा दी गई थी। पास में एक मस्जिद थी और गोलीबारी शुरू हो गई। हमने यू-टर्न लिया और मंदिर की ओर वापस चले गए क्योंकि हमें लग रहा था कि मंदिर में हमें घेरा नहीं जाएगा क्योंकि पीछे पहाड़ है। हम महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, हमनें सोचा कि कहीं दूसरा कि दूसरा मणिपुर न हो जाए। इसलिए हम वापस मंदिर में गए।”
बिट्टू बजरंगी ने कहा, “अगर रैली में कोई बंदूकें ले जा रहा था, तो उनके पास लाइसेंस थे। और तलवारें पूजा के लिए थीं। ये तलवारें हमले या हत्या के लिए नहीं थीं, बल्कि शादी-विवाह के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली तलवारें थीं। अगर ऐसे सैकड़ों हथियार होते, तो कोई भी ऐसा कर सकता था। लेकिन सिर्फ कुछ लोगों के पास तलवारें थीं। हम अपने परिवारों के साथ वहां गए थे। क्या हम किसी पर हमला करेंगे?”