बांसवाड़ा के सांसद और भारत आदिवासी पार्टी के नेता राजकुमार रोत ने अपने बारे में राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की “डीएनए टेस्ट” टिप्पणी को लेकर उन पर पलटवार किया और कहा कि मंत्री की “मानसिकता की जांच की जानी चाहिए।”
शुक्रवार को दिलावर ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि “अगर बीएपी नेता खुद को हिंदू नहीं मानते तो यह सत्यापित करने के लिए डीएनए टेस्ट किया जाना चाहिए कि वह हिंदू के बेटे हैं या नहीं।”
रोत ने हाल में कहा था कि वह एक आदिवासी समुदाय से हैं और हिंदू धर्म समेत विभिन्न धर्मों से अलग आस्था रखते हैं।
शनिवार को उदयपुर में एक कार्यक्रम में दिलावर ने कहा कि आदिवासी समुदाय हिंदू समुदाय का एक अभिन्न अंग है और उम्मीद है कि आदिवासी लोग “कुछ लोगों” के बहकावे में नहीं आएंगे।
जवाब में रोत ने कहा कि “मंत्री की मानसिकता की जांच की जानी चाहिए।”
रोत ने एक वीडियो बयान जारी कर मंत्री की टिप्पणी की निंदा की।
उन्होंने कहा, “आप डीएनए टेस्ट, पूर्वजों की बात कर रहे हैं, यह आप पर भी लागू होता है। आपकी मानसिकता की जांच होनी चाहिए। ऐसी भाषा आपको शोभा नहीं देती, आप मंत्री पद पर हैं।”
रोत ने कहा, “अगर आप आदिवासी समुदाय के बारे में बात करना चाहते हैं, तो हमें बताएं कि आप पिछले छह महीनों में आदिवासियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में क्या बदलाव लाए हैं।”