हाईवे पर अमूमन टोल टैक्स के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगती हैं। टोल टैक्स पर लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। मगर अब NHAI ने इसका हल निकाल लिया है। अब हाइवे पर आपको रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हाइवे पर चलते हुए टोल खुद-ब-खुद आपके अकाउंट से कट जाएगा। NHAI यह सविधा द्वारका एक्सप्रेसवे पर शुरू करने जा रही है। इसी के साथ द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला मल्टी लेन फ्री फ्लो (MLFF) हाइवे बन जाएगा।
कैसे कटेगा टोल टैक्स?
द्वारका एक्सप्रेसवे पर कोई भी टोल प्लाजा मौजूद नहीं रहेगा। एक्सप्रेसवे की कुछ जगहों पर टोल सेंसर लगे होंगे, जो हाइवे से गुजरने वाली गाड़ी की सारी जानकारी इक्ट्ठा कर लेंगे और यह डेटा इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम में सेव हो जाएगा। वहीं इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम से जुड़े बैंक खाते या फास्टैग से आपका टोल काट लिया जाएगा। इसके लिए अलग से किसी टोल कलेक्टर और ऑपरेटर की जरूरत नहीं पड़ेगी। जो भी बैंक NHAI को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देगा, उसे ही यह कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे 28 किलोमीटर लंबा होगा। इस पूरे एक्सप्रेसवे पर सिर्फ 1 टोल पॉइंट होगा। यह टोलिंग पॉइंट दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर के पास राजधानी दिल्ली से 9 किलोमीटर की दूरी पर होगा। यहां यात्रियों को रुक कर टोल का भुगतान करना पड़ेगा। इसके बाद पूरे हाइवे पर टोल सेंसर होंगे, जिससे फैस्टैग के जरिए यात्रियों के टोल टैक्स का भुगतान हो जाएगा।
सरकार ने अभी तक द्वारका एक्सप्रेसवे के टोल टैक्स का खुलासा नहीं किया है। यह टोल टैक्स कितना होगा? इसका ऐलान अभी नहीं हुआ है। हालांकि टोल टैक्स के लिए बैंकों को 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।
अब सवाल यह है कि अगर द्वारका एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्री के बैंक अकाउंट या फैस्टैग में पैसे नहीं होंगे? इस स्थिति में गाड़ी की फोटो समेत पूरी जानकारी वाहन पोर्टल पर अपलोड कर दी जाएगी, जिसमें पेंडिंग टोल देखा जा सकेगा।