रांची के खलारी-मैकलुस्कीगंज इलाके में मंगलवार देर रात माओवादियों ने एक मालवाहक कंटेनर को फूंक डाला। इससे कंटेनर में बैठे एक व्यक्ति की जिंदा जलकर मौत हो गई।
वारदात की सूचना मिलने के बाद बुधवार सुबह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है।
रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने कहा है कि आपराधिक वारदात की सूचना मिली है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। घटना स्थल रांची से करीब 60 किलोमीटर दूर है।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार, हथियारबंद नक्सलियों ने मैकलुस्कीगंज-चामा सड़क पर दुल्ली नामक जगह पर देर रात जमकर उत्पात मचाया। कई गाड़ियों को रुकवाया गया और उनपर सवार लोगों से मारपीट की गई। इसी दौरान एक मालवाहक कंटेनर को रुकवाकर उसमें आग लगा दी गई।
सूचना के अनुसार, कंटेनर का ड्राइवर मौके से भाग निकला, लेकिन कंटेनर के अंदर सो रहा एक व्यक्ति जिंदा जल गया। यह कंटेनर इलाके में ऑप्टिकल फाइबर बिछा रही एक कंपनी का बताया जा रहा है।
बुधवार सुबह ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल, खलारी थाना इंचार्ज विजय सिंह के अलावा मैकलुस्कीगंज थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। इस वारदात के पीछे माओवादी नक्सली रवींद्र गंझू के दस्ते का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
माना जा रहा है कि केबल बिछाने वाली कंपनी से लेवी (रंगदारी) वसूली की मांग को लेकर नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है।
करीब आठ माह पहले नक्सलियों ने मैकलुस्कीगंज में रेलवे पुल निर्माण कार्य साइडिंग पर भी हमला किया था और चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। नक्सलियों ने फरमान जारी कर रखा है कि इलाके में निर्माण का कोई भी काम उनकी इजाजत के बगैर नहीं किया जा सकता।
इस वारदात के पीछे जिस नक्सली कमांडर रवींद्र गंझू के दस्ते का नाम आ रहा है, उसपर झारखंड पुलिस ने 20 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। उसके खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी एनआईए भी केस दर्ज कर जांच कर रही है।