लखनऊ। ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर वार-पलटवार का दौर जारी है। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बायन पर बसपा प्रमुख मायावती ने पलटवार किया है। हालांकि उन्होंने अपने ट्वीट में किसी नेता के नाम का जिक्र नहीं किया है, लेकिन सपा- भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए जमकर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में दोनों पार्टियों की सोची समझी चाल बताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सपा द्वारा बौद्ध मठ को तोड़कर बद्रीनाथ मन्दिर बनाने सम्बंधी बयान के बाद अब भाजपा द्वारा कोर्ट में लंबित ज्ञानवापी प्रकरण को लेकर विवाद को बढ़ाने वाला बयान कहीं इन दोनों पार्टियों की सोची-समझी राजनीतिक साजिश का परिणाम तो नहीं? यह गंभीर व अति-चिन्तनीय।
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि ज्ञानवापी मामले में एएसआई से सर्वे कराने के विवाद को लेकर मामला माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हाई कोर्ट में अभी लंबित है, तब उस विवाद के सम्बंध में कोई भी टीका-टिप्पणी करना अनावश्यक ही नहीं बल्कि अनुचित। कोर्ट के फैसले का सम्मान एवं इंतजार करना जरूरी।
गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में बयान दिया था कि बद्रीनाथ धाम को बौद्ध मठ तोड़कर बनाया गया है। जब इसे लेकर हिन्दू संगठन ने विरोध कि तो उन्होंने राजधानी लखनऊ में प्रेस वार्ता की। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे द्वारा दिया गया बयान तथ्यो पर आधारित है। मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं। उन्होंने सफाई के दौरान कई पुस्तकों का जिक्र भी किया। हालांकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है।