समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क एक बार फिर अपने बयान से चर्चा में हैं। उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या जाने के सवाल पर साफ इंकार किया है। बर्क ने कहा हमारी मस्जिद को ताकत के बल पर खत्म कर दिया था। मैं वहां बिल्कुल नहीं जाऊंगा। बल्कि अल्लाह से दुआ करेंगे कि जो बाबरी मस्जिद हमसे छीन ली गई है। वो हमें वापस दे दी जाए।
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की मूर्ति का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे। उद्घाटन के अगले ही दिन यानी 23 जनवरी से आम लोगों को भगवान राम के दर्शन की अनुमति दे दी जाएगी। मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी, सर संघचालक मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
इस संबंध में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क से पूछा गया कि क्या वो मंदिर के उद्घाटन में जाएंगे? इस पर उन्होंने कहा मैं तो बिल्कुल नहीं जाऊंगा। मेरे जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। मेरी मस्जिद वहां जमाने से बनी हुई थी, उसे खत्म कर दिया गया. जबरदस्ती ताकत के बलबूते पर सब लोगों ने मिलकर मस्जिद को खत्म कर दिया है।
बर्क का कहना था कि दुनिया के अंदर सभी धर्मों के लोग के मौजूद हैं। लेकिन कभी ऐसा काम नहीं हुआ। इस तरीके से मस्जिद को तोड़कर उसकी जगह मंदिर बना दिया जाए। ये कौन सी इंसानियत है। इंसानियत की रिवायत के खिलाफ है। धर्म के खिलाफ है। संविधान के खिलाफ है।