खेतीबाड़ी के लिहाज से बेहद अहम जुलाई महीने में दक्षिण- पश्चिम मॉनसून सामान्य रहने के आसार हैं। इस दौरान दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 94 से 106 फीसदी के दायरे में बारिश हो सकती है। मगर उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, दक्षिण कर्नाटक के आंतरिक क्षेत्र, तमिलनाडु, पंजाब और मेघालय जैसे प्रमुख कृषि क्षेत्रों पर संकट के बादल छाने की आशंका बनी हुई है।