चक्काजाम की जानकारी मिलने पर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, एडीएम राजीव नंदन श्रीवास्तव, एसडीएम राजीव कहार, एडिशनल एसपी कमला जोशी, एसडीओपी शालिनी परस्ते के अलावा पुलिस के अन्य अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अधिकारियों की समझाईश के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया।कल देर रात किसी शादी में डीजे बजाकर डीजे वाहन वापस बैतूल आ रहा था। इसी दौरान दनोरा गांव के पास फोरलेन के डिवाईडर पर लगे पोल से टकरा गया और पलट गया। इस घटना की जानकारी मिलने पर दनोरा गांव के ग्रामीण और इस मार्ग पर जा रहे कुछ राहगिरों ने वहां रूककर डीजे वाहन मेें फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की।डीजे वाहन में दो लोग थे, जो घायल हो गए थे। उन्हें निकालकर अस्पताल भेजा। इसी दौरान एक तेज रफ्तार टवेरा आ रही थी। उसने मदद कर रहे लोगों को टक्कर मार दी। जिससे 7 लोगों को गंभीर चोट लगी थी। इन्हें जिला चिकित्सालय में लाया गया। जिसमें दो लोगों की रास्ते में ही मौत हो गई। बाकी कुछ गंभीर घायल जिला अस्पताल में भर्ती है और कुछ निजी अस्पताल गए थे। इनमें से एक गंभीर घायल नागपुर जा रहा था जिसकी रास्ते में मौत हो गई।
दनोरा गांव के तीन ग्रामीणों की मौत से नाराज ग्रामीणों ने आज फोरलेन पर मृतकों की लाश रखकर चक्काजाम कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारी और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने ग्रामीणों से बात की। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि दनोरा गांव के किसानों के खेत फोरलेन के दोनों तरफ हैं , उन्हें दूसरे तरफ जाने के लिए फोरलेन पार करना पड़ता है जिसके कारण आए दिन घटना घटती है।ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि इसके लिए उन्होंने पहले भी कई बार ज्ञापन दिए थे कि यहां पर अंडर ब्रिज बनाया जाए लेकिन एनएएचआई ने नहीं बनाया। उन्होंने फोरलेन पर बने मोड की डिजाइन को गलत बताया है और यहां पर भी एक्सीडेंट होने की बात कही थी। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इसको लेकर एनएचएआई को प्रपोजल भेजा जाएगा और समस्या का निराकरण करने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा। उनके आश्वासन के बाद चक्काजाम खत्म हुआ।