सपा नेता ने पुरानी बात का जिक्र करते हुए कहा कि, “एक बार चौधरी चरण सिंह ने कर्पूरी ठाकुर, बीजू पटनायक और देवीलाल जो देश के इतने बड़े नेता थे। उन्हें एक कलम से निकाल दिया था। और बोला था कि चुनाव आने वाला है। जनता ही तय करती है कौन बड़ा नेता है कौन नहीं है।” सीएम योगी ने सपा के पीडीए( पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को जिस तरह परिवार का पीडीए बताया था। उनके बयान पर पलटवार करते हुए रामगोपाल यादव ने कहा “उनका जिनका विवेक होगा। जितनी बुद्धि होगी। उतना ही कहेंगे। उनसे हम तो सहमत नहीं।”
राम गोपाल ने इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सदन में अयोध्या, मथुरा और काशी को लेकर दिए गए बयान पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि “जो ईश्वर के ऊपर भी खुद को मानते हैं। उनसे बड़ा मूर्ख कोई नहीं होता है। ये केवल राम, कृष्ण और शिव को केवल एक मंदिर तक ही सीमित रखना चाहते हैं। वह कितने छोटे मन के हैं। ईश्वर तो कण-कण में रहने वाले हैं। हर आदमी के दिल और दिमाग में रहने वाले है। उनको सिर्फ उतना ही समझ में आता है। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।”