जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल डल झील में शनिवार तड़के एक शिकारे (हाउसबोट) में भीषण आग लग जाने से बांग्लादेश के तीन पर्यटकों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डल झील की घाट संख्या नौ के पास जलकर खाक हुए इस शिकारे से इन पर्यटकों के शव मिले हैं। जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में पर्यटकों के लिए यह लोकप्रिय स्थल है। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जिन तीन पर्यटकों की जान चली गयी, उनकी पहचान बांग्लादेश निवासी अनिंद्य कौशल, मोहम्मद मोइनुद और दासगुप्ता के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि वे शिकारा सफीना में रह रहे थे, जो जलकर राख हो गया। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उनकी मौत पर दुख प्रकट किया है।
उन्होंने बताया कि जान गंवाने वालों की पहचान स्थापित करने के लिए उनके डीएनए नमूने लिये गये हैं। उनके अनुसार, शिकारा संचालकों के पास उपलब्ध रिकार्ड के मुताबिक उनमें एक महिला थी। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के डीएनए का उनके परिवार के सदस्यों के साथ मिलान किया जाएगा और फिर उनके शव उन्हें सौंपे जायेंगे। उन्होंने बताया कि आग सुबह करीब सवा पांच बजे लगी जिसमें करोड़ों रुपये की संपत्ति नष्ट हो गयी। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों, अग्निशमन कर्मियों और आपात सेवा के कर्मियों की कोशिश से आग पर काबू पाया जा सका। डल और निगीन झीलों में चलने वाले हाउसबोट में आग की यह दूसरी बड़ी घटना है। अप्रैल, 2022 में निगीन झील में भयानक आग में सात शिकारे खाक हो गये थे, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ था।
विदेशी पर्यटकों के बीच निगीन झील भी बहुत लोकप्रिय है। उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा, ‘‘श्रीनगर के डल झील में आग की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में लोगों की मौत पर मैं बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मैंने जिला प्रशासन को प्रभावित लोगों को सभी जरूरी सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।’’ अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर के उपायुक्त मोहम्मद एजाज और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने डल झील का दौरा किया और क्षतिग्रस्त शिकारे के पुनर्निर्माण में सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। कश्मीर वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया है।