जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए आज मतदान शुरू हो चुका है और मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसे में PM Modi और गृह मंत्री अमित शाह ने मतदाताओं से लोकतंत्र के इस उत्सव में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की है।
मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतार में खड़े लोग अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।
घाटी के पट्टन, संग्रामा, क्रेरी, तंगमर्ग, कुंजर, उरी शहर और अन्य स्थानों पर मतदान केंद्रों पर पुरुषों की कतारें लगनी शुरू हो गईं, जबकि जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा, उधमपुर, आरएस पुरा और अन्य मतदान केंद्रों पर पारंपरिक डोगरी पोशाक पहने मतदाता उत्सव के मूड में बाहर निकले।
मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह
सांबा, कठुआ और जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों में मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं। बीमार और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
इस चरण के चुनाव में दो पूर्व उपमुख्यमंत्रियों तारा चंद एवं मुजफ्फर बेग समेत 415 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला पेटियों में बंद हो जाएगा।
वोटिंग के लिए सात जिलों में 20,000 से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। इस चरण के चुनाव में पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थियों, वाल्मीकि समाज और गोरखा समुदाय की भागीदारी होगी, जिन्हें अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद ही विधानसभा, शहरी स्थानीय निकायों और पंचायत चुनावों में मतदान का अधिकार मिला है।
इससे पहले वे क्रमश: 2019 और 2020 में ब्लॉक विकास परिषद और जिला विकास परिषद चुनावों में मतदान कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आज तीसरे और आखिरी दौर का मतदान है। सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे लोकतंत्र के उत्सव को सफल बनाने के लिए आगे आएं और अपना वोट जरूर डालें। मुझे विश्वास है कि पहली बार वोट देने जा रहे युवा साथियों के अलावा नारी शक्ति की मतदान में बढ़-चढ़कर भागीदारी होगी।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मतदाताओं को संबोधित करते हुए लिखा, “जम्मू-कश्मीर को एक ऐसी सरकार की जरूरत है, जो विजनरी भी हो और यहां की सुरक्षा, शांति व स्थिरता के लिए मजबूत निर्णय भी ले सके। आज यहां अंतिम चरण में मतदान करने वाली जनता अपनी वोट की शक्ति से एक ऐसी सरकार बनाएं, जो जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद, अलगाववाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार से दूर रखे और हर वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित हो। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन, शिक्षा, रोजगार व चहुंमुखी विकास के लिए ऐतिहासिक मतदान करें”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान शुरू होने के साथ, मैं इन 40 विधानसभा सीटों के लोगों से बड़ी संख्या में अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने का आग्रह करता हूं। जम्मू-कश्मीर के लोगों से राज्य का दर्जा छीनने वालों को सबक सिखाने का यह आखिरी मौका है। याद रखें, एक वोट- जो आपके संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करता है, आपकी किस्मत बदल सकता है और एक उज्जवल भविष्य की शुरुआत कर सकता है।”
उन्होंने आगे लिखा, “युवाओं के लिए बेहतर रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने, भ्रष्टाचारियों से निपटने, आपके भूमि अधिकारों की रक्षा करने और प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक वोट काफी मूल्यवान है। हम पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं का स्वागत करते हैं, क्योंकि जम्मू-कश्मीर का भविष्य उनकी भागीदारी से तय होगा। एक बार फिर, मैं आपसे मतदान की कतार में शामिल होने का अनुरोध करता हूं। जय हिंद।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, “आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए वोट कर रहे समस्त मतदाताओं विशेषकर युवा साथियों से अत्यधिक संख्या में मतदान कर सुरक्षित, सुशासन युक्त व प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील करता हूं। जम्मू-कश्मीर में परिपक्व और समावेशी हो रहा लोकतंत्र यहां जन-जन के बेहतर भाग्य व भविष्य का निर्माण करेगा। भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अराजकता से मुक्त जम्मू-कश्मीर का निर्माण सभी के सक्रिय सहभागिता से साकार होगा।”
बता दें कि इस महत्वपूर्ण चरण में 39.18 लाख से अधिक मतदाता 5,060 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। इस चरण में 40 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग की जा रही है। जम्मू क्षेत्र के जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ तथा उत्तरी कश्मीर के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों में वोटिंग की जा रही है।
जम्मू जिले में 11, सांबा में तीन, कठुआ में छह और उधमपुर में चार विधानसभा सीटें हैं, जबकि बारामुला में सात, बांदीपोरा में तीन और कुपवाड़ा जिले में छह सीटें हैं।
चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के लिए मतदाताओं के लिए 5,030 मतदान केंद्र बनाए हैं। कश्मीरी विस्थापित मतदाताओं के लिए भी विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 11 जम्मू में, चार दिल्ली में और एक उधमपुर जिले में है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम, मतदाता सूची आदि मतदान सामग्री के साथ सभी मतदान कर्मचारी अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना हो चुके हैं। बारामुला और कुपवाड़ा जिलों के कुछ मतदान केंद्र नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब स्थित हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी मतदान केंद्रों पर पहुंच चुके हैं, ताकि मतदान कर्मियों और मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों की सुरक्षा की जा सके।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, “जम्मू और घाटी में असाधारण सुरक्षा व्यवस्था के कारण विभिन्न मतदान केंद्रों के आसपास के क्षेत्र पर नियंत्रण, मतदान कर्मियों और आम जनता के लिए सड़कों और राजमार्गों पर आने-जाने की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।”
पूरे जम्मू-कश्मीर में और खासकर मंगलवार को मतदान वाले जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को मतदान प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने से रोका जा सके।
विभिन्न राजनीतिक दलों और चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों द्वारा किए गए जोरदार प्रचार को देखते हुए ऐसा लगता है कि आखिरी चरण में बड़ी संख्या में मतदाता मतदान करने के लिए आएंगे।
पहले दो चरण के चुनाव 18 और 25 सितंबर को हुए थे। अब मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।