जम्मू एवं कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी किश्तवाड़ जिले के पद्दार बटम ब्रिज इलाके में हुई। फिलहाल वहां तलाशी अभियान जारी है।
इस बीच, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना ने अनंतनाग में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया।
शनिवार को कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग के अहलान गंडोले इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो थे। वहीं, तीन जवानों और दो नागरिकों सहित पांच अन्य लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
सेना ने कहा कि दोनों घायल नागरिकों के आतंकी इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
सेना ने शनिवार शाम को कोकरनाग मुठभेड़ पर बयान देते हुए कहा कि 5 अगस्त 2024 को मानव और इलेक्ट्रॉनिक साधनों के माध्यम से पहले ही पुष्टि हो चुकी थी कि 24 जुलाई डोडा क्षेत्र में अत्याचारों और घटनाओं के लिए जिम्मेदार आतंकवादी किश्तवाड़ रेंज को पार करके दक्षिण कश्मीर के कापरान गरोल क्षेत्र में घुस आए हैं।
राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तब से लगातार इन आतंकवादियों पर नज़र रखी और 9 और 10 अगस्त 2024 की रात को कापरान के पूर्व में पहाड़ों में सटीक अभियान चलाया गया, जहां कथित तौर पर ये आतंकवादी छिपे हुए थे।
10 अगस्त को लगभग दो बजे संदिग्ध हलचल देखी गई थी। आतंकवादियों ने तुरंत अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें सेना के दो जवान और आसपास के दो नागरिक घायल हो गए।
जिस इलाके में मुठभेड़ हुई, वह 10,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर है और वहां घने जंगल, बड़े-बड़े पत्थर और नाले हैं, जो ऑपरेशन के लिए गंभीर चुनौती पेश करते हैं। सेना ने कहा कि सुरक्षा बल आतंकवादियों की तलाश में जुटे हैं।