लैंड फॉर जॉब घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के दफ्तर में पूछताछ के लिए पेशी है। रेलवे में नौकरी के बदले औने-पौने दाम पर जमीन लिखवाने या तोहफा में लेने को लेकर लालू-राबड़ी पर दर्ज मामले में यह पूछताछ होनी है। तेजस्वी यादव की पेशकश पर कोर्ट में पूछताछ के लिए 25 मार्च की तारीख मुकर्रर हुई थी क्योंकि विधानसभा सत्र की वजह से उन्होंने इससे पहले पेशी पर आने में मुश्किल गिनाई थी। सीबीआई इस मामले में पिछले साल एक चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और अब आगे की जांच चल रही है।
लालू यादव के परिवार पर उनके रेलमंत्री रहने के दौरान रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के 7 आरोप हैं। संयोग ऐसा कि इस केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के रडार पर लालू-राबड़ी समेत परिवार के सात लोग हैं। लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, रागिनी यादव, चंदा यादव, हेमा यादव और तेजस्वी यादव। इस मामले में मार्च के दूसरे सप्ताह में राबड़ी देवी और लालू यादव से सीबीआई की पूछताछ के बाद 10 मार्च को ईडी ने देश भर में 24 ठिकानों पर छापा मारा था।
ये ठिकाने लालू-राबड़ी के बच्चों तेजस्वी यादव, रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव के अलावा आरजेडी के नेता अबु दुजाना से जुड़े थे। ईडी के सूत्रों ने छापों के बाद दावा किया था कि उसे 70 लाख कैश और 2 किलोग्राम से कुछ ज्यादा सोना मिला है। आगे देखते हैं जमीन लिखवाने के वो 7 मामले जिसकी वजह से लालू-राबड़ी परिवार के कुल 7 लोग सीबीआई और ईडी की जांच और रेड के लपेटे में हैं।
पटना के हजारी राय ने 2007 में 9527 वर्गफीट जमीन एके इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को मात्र 10.83 लाख रुपए बेच दी। आरोप है कि हजारी राय के भतीजे प्रेमचंद कुमार और दिलचंद कुमार को रेलवे में नौकरी मिली। आरोप है कि 2014 में राबड़ी देवी और मीसा भारती ने सारे शेयर खरीदकर एके इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अपने नाम कर ली। ईडी ने दिल्ली में तेजस्वी यादव के जिस आवास पर छापा मारा वो मकान भी इसी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
पटना के किशुनदेव राय नाम ने 2008 में 3375 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी के नाम लिख दी। सौदा मात्र 3.75 लाख रुपए में हुआ। आरोप है कि किशुनदेव राय के परिवार के तीन लड़कों राज कुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को मुंबई में रेलवे में भर्ती मिली।
पटना के संजय राय ने 2008 में 3375 वर्गफीट जमीन 3.75 लाख रुपए में राबड़ी देवी को बेच दी। आरोप है कि इसके बदले संजय राय के परिवार के दो लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई।
पटना के लालबाबू राय ने 2015 में मात्र 13 लाख रुपए में 1360 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी को लिख दी। आरोप है कि 2006 में लालबाबू राय के बेटे लालचंद कुमार को रेलवे में भर्ती किया गया था जिसके बदले 2015 में यह जमीन कौड़ी के भाव राबड़ी देवी को बेच दी गई।
पटना की एक महिला किरण देवी के बेटे अभिषेक कुमार को रेलवे में मुंबई में भर्ती किया गया। आरोप है कि इसके बदले 2007 में मात्र 3.70 लाख रुपए में किरण देवी ने 80905 वर्गफीट जमीन लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती के नाम कर दी।
2008 में बिशुनदेव राय ने अपनी 3375 वर्गफीट जमीन सिवान के ललन चौधरी को बेच दी। 2014 में ललन चौधरी ने यह प्लॉट लालू यादव की बेटी हेमा यादव को गिफ्ट कर दिया। आरोप है कि ललन चौधरी के पोते पिंटू कुमार को 2008 में रेलवे में नौकरी मिली जिसके बदले 2014 में जमीन तोहफे में दे दी गई।
गोपालगंज के हृदयानंद चौधरी ने 3375 वर्गफीट जमीन लालू की बेटी हेमा यादव को तोहफे में दे दी। आरोप है कि हृदयानंद को 2005 में हाजीपुर में रेलवे में भर्ती किया गया था जिसके बदले गिफ्ट में यह जमीन हेमा यादव के नाम की गई।