केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जो अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के तीन दिवसीय दौरे पर थीं, सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षकों से मिलने के बाद एक शिक्षा अधिकारी पर भड़क गईं, जिन्हें उनका बकाया भुगतान नहीं किया गया है। शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान, सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षकों के एक समूह ने ईरानी से संपर्क किया, जिन्होंने सांसद को अपनी शिकायतें सौंपीं। मंत्री ने तुरंत जिला विद्यालय निरीक्षक को फोन किया और उन्हें सभी लंबित मामलों को तुरंत निपटाने का निर्देश दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
उन्होंने फोन पर कहा, ”आपके डेस्क पर जो भी पेंडेंसी है, उसे आज ही निपटा लें।” ईरानी ने अधिकारी से कहा कि अमेठी के हर व्यक्ति की उन तक पहुंच है और वे अपनी समस्याओं के बारे में सीधे उनसे शिकायत करते हैं। उन्होंने कहा, “थोड़ी सी इंसानियत दिखाइए। यह अमेठी है, यहां हर व्यक्ति की मुझ तक पहुंच है।” उन्होंने डीआईओएस से कहा कि जब आप सांसद से 10 मिनट से बहस कर रही हैं तो 72 साल के रिटायर्ड शिक्षक का क्या हाल किया होगा? ईरानी ने शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 15 साल तक यहां से सांसद रहे लेकिन अमेठी के विकास के लिए नहीं सोचा। केवल मुंशीगंज में अपना गेस्ट हाउस बनाया।
मुंशीगंज में जन संवाद कार्यक्रम के दौरान जब ग्रामीणों ने पानी निकासी के लिए नालों के निर्माण का मुद्दा रखा तो स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे तो अभी साढ़े चार साल (सांसद चुने जाने के) हुए हैं, लेकिन यहां से 15 साल तक राहुल गांधी सांसद रहे पर उनके द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ईरानी ने आरोप लगाया, ‘‘विकास के विषय में उन्होंने (राहुल गांधी) सोचा ही नहीं, केवल मुंशीगंज में अपना गेस्ट हाउस बनाया। दस साल तक केंद्र में उनकी सरकार रही पर अमेठी के विकास पर सोचा तक नहीं। यहां केवल कागज पर काम होते रहे।’’ स्मृति ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी तो अमेठी में ठीक से एक नाला भी नहीं बनवा पाए।’’