युवा चांदी कारोबारी का शव ग्वालियर के होटल में फंदे से लटका मिला। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसमें नमक की मंडी के दो चांदी व्यापारियों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया गया है। परिजन, हत्या का आरोप लगा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।
पीपल मंडी में बालाजी ऑर्नामेंटल के नाम से लक्ष्मण अग्रवाल की चांदी और आर्टिफिशियल आभूषण की दुकान है। दो बेटे अमर और निखिल हैं। परिजन ने बताया कि छोटे बेटे अमर की उम्र 24 साल है। वह एक साल से पिता से अलग कारोबार करता था। 25 मई को माल का भुगतान लेने महाराष्ट्र के मनमाड के लिए निकला था।
बड़े भाई निखिल ने कैंट स्टेशन से उसे गोवा एक्सप्रेस में बैठाया था। 26 को वह ग्वालियर के मानिकपुर कॉलोनी में मस्कट होटल के कमरा नंबर 104 में ठहरा। 27 को सुबह उसके दोस्त शिवम का बड़े भाई निखिल के पास फोन आया। दोस्त ने बताया कि अमर ने ग्वालियर के एक होटल में फंदे से लटककर जान दे दी है।
ग्वालियर पुलिस को सूचना दी गई, वह होटल पहुंची और फंदे से लटके शव को उतारा। एसपी ग्वालियर धरमवीर सिंह ने बताया कि मृतक के पास एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मौत के लिए नमक की मंडी के चांदी कारोबारी सोनू गुप्ता और दीपो को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों पर मिलावट की चांदी देने और इससे भारी नुकसान होने का जिक्र है। मृतक के बड़े भाई निखिल ने उसने भाई की हत्या का शक जताते हुए गहरी साजिश बताई है।
परिजन ने बताया कि 24 मई को अमर 24 साल का हुआ था तगादे के सिलसिले में कई दिन से बाहर था। 24 को जन्मदिन मनाने घर आया था। 25 को फिर भुगतान लेने की बात कह महाराष्ट्र के लिए निकल गया। नमक की मंडी में एसके ट्रेडर्स से चांदी और अन्य माल लेता था।