खतौली। धर्मनगरी खतौली के नौ जैन मंदिरों में जिन धर्म अराधक भक्तों ने तीर्थंकर भगवान चंद्रप्रभु जी का निर्वाण मोक्ष कल्याणक श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया। बड़ी संख्या में भक्तों ने जिनेंद्र भगवान का अभिषेक,शांतिधारा तथा पूजन करके पुण्य अर्जित किया।भगवान की भक्ति में निर्वाण लाडू अर्पित किये गए। भक्तगण चन्द्रप्रभु भगवान के जयकारे लगा रहे थे। मंदिरों में धार्मिक विधान आयोजित किये गए। पवित्र मंत्रो का जाप करते हुए अर्घ्य समर्पित हुए। वातावरण धर्ममय था। भक्ति संगीत की अविरल धारा बह रही थी। धर्म आराधना के साथ श्रद्धालु अपने कर्मों की निर्जरा कर रहे थे।
इस पावन अवसर पर पंडित नरेश चन्द शास्त्री हस्तिनापुर तथा कल्पेंद्र जैन ने बताया चंद्रप्रभु भगवान जैन धर्म के आठवें तीर्थंकर है। इनका चिन्ह अर्द्ध चन्द्र है इनके पिता महाराजा महासेन तथा माता महारानी लक्ष्मणा थी।इनका जन्म पौष कृष्ण एकादशी को वाराणसी चन्द्रपुरी में हुआ था। इन्होंने सर्वाथ वन में दीक्षा ली थी ।आपने एक हजार मुनिराजो के साथ शिखरजी ललित कूट से मोक्ष पद की पावन प्राप्ति की। आज के दिन धर्म अराधक बड़ी संख्या में महलका जी बरनावा तिजारा जी चन्द्रप्रभु दर्शन के लिए जाते हैं। मंदिरों में स्वाध्याय प्रश्न मंच तथा
महा आरती के कार्यक्रम हुए। भक्ति के साथ
चन्द्रप्रभु चालीसा का पाठ हुआ।
इस अवसर पर सुनील टीकरी अरुण मंडी दीपू किराना संजय दादरी सचिन सर्राफ, शालू,करुणा लवी जैन
जयभगवान सुशील मंडी सुनील ठेकेदार छवि सुरभि प्रीति दादरी अंजू नंगली रामकुमार अरुण नंगली राकेश अंबर योगेश सर्राफ
डॉ ज्योति अरुण औषधि सुरेंद्र घड़ी विवेक प्रवक्ता मुकेश आढती रजनी प्रवक्ता ममता शिखा मीनू सुधा सीमा संगीता सुनीता पूजा दीक्षा शीलचन्द मुखिया अशोक शास्त्री मुकेश एडवोकेट बल्लू सर्राफ विभा शशांक महलका अनुपम आढती दीपक भैंसी गौरव सर्राफ नवीन तार मनोज आढती आयुषी वैभव पारस नैना अनीता सर्वेश सरिता नीलम अलका अंजलि बीना दीपाली हितेश सर्राफ राजकुमार प्रवक्ता मधुबन शास्त्री सौरभ सभासद मुकुल सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।