भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है क्योंकि खुफिया रिपोर्ट में 30 से अधिक पाकिस्तानी और बंगलादेशी नागरिकों द्वारा भारत में घुसपैठ की फिराक में होने की सूचना है। इस सूचना के बाद सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को उच्च सतकर्ता बरतने का आदेश दिया गया है। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, इन संदिग्ध व्यक्तियों के नेपाल पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
’35 से 37 नागरिक सीमा पार कर नेपाल आ गए’
एसएसबी की 42वीं वाहिनी के सेनानायक गंगा सिंह उदावत ने बताया कि 35 से 37 बंगलादेशी और पाकिस्तानी नागरिक अपने देशों से सीमा पार कर नेपाल आ गए हैं। उनकी योजना खुली सीमा के जरिए भारत में घुसपैठ करने की है, लेकिन सुरक्षा बल उन्हें तुरंत पकड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कमांडेंट उदावत ने बताया कि एसएसबी ने गश्त तेज कर दी है और चौबीसों घंटे जांच अभियान चलाया जा रहा है। जवान सड़कों, जंगलों और सीमा के समीप गांवों में पैदल और वाहनों से गश्त कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केवल भारतीय और नेपाली नागरिकों को ही नेपाल सीमा से भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इससे घुसपैठ की सभी कोशिशों को रोकने की कोशिश की जा रही है।
इन जिलों में भी बढ़ाई गई सुरक्षा
उत्तर प्रदेश के बहराइच समेत नेपाल से लगने वाले जिलों में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में रखने के लिए एसएसबी ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। बहराइच सहित पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों की नेपाल से 579 किलोमीटर लंबी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था सशक्त की गई है। एसएसबी ने इस खतरे का मुकाबला करने के लिए पहल करते हुए जांच चौकियों की संख्या बढ़ाई है तथा संदिग्धों की पहचान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि भारत की सीमाएं सुरक्षित रह सकें और देशव्यापी आतंकवाद के खतरों को रोका जा सके।