भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मंगलवार को उस पोस्टर को लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया, जिसके जरिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधा गया था।

मुख्य विपक्षी दल ने पहलगाम हमले के संदर्भ में सोशल मीडिया पर यह पोस्टर शेयर किया था।

शहजाद पूनावाला ने एक वीडियो जारी कर कांग्रेस के उस सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक चित्र दिखाया गया, जिसमें सिर्फ प्रधानमंत्री के कपड़े हैं और वह नहीं हैं। पूनावाला ने इसे आतंकी मानसिकता से जोड़ते हुए कहा कि कांग्रेस “मोदी विरोध करते-करते देश विरोध पर उतर आई है”।

दरअसल, कांग्रेस ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्टर साझा कर पहलगाम हमले पर आयोजित सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति पर निशाना साधा था। पोस्टर में प्रधानमंत्री मोदी का शरीर गायब करके सिर्फ उनके कपड़े दिखाए गए हैं। साथ ही, पोस्ट में लिखा गया है, “जिम्मेदारी के समय – गायब।”

वहीं, शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए विपक्षी दल पर पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करने, जैसे उन्हें “हिटलर” कहने या “कब्र खोदने” की बात करने का भी आरोप लगाया।


पूनावाला ने कांग्रेस के नेताओं पर पाकिस्तान को “क्लीन चिट” देने और आतंकवाद से जुड़ी मानसिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर, रॉबर्ट वाड्रा, तारिक कर्रा, सिद्धारमैया और विजय वडेट्टीवार जैसे लोग बार-बार पाकिस्तान समर्थक बयान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, “जब देश को एकजुट होने की जरूरत है, तब कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है और आतंकी कृत्यों को बढ़ावा देने वाले चित्र साझा कर रही है।” उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति और पाकिस्तान समर्थन के लिए ऐसी हरकतें कर रही है।


पूनावाला ने कांग्रेस की पिछली नीतियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 26/11 मुंबई हमले के बाद कांग्रेस ने पाकिस्तानी आतंकी शिविरों पर हमला करने से इनकार कर दिया था और उल्टे पाकिस्तान को “मोस्ट फेवर्ड नेशन” का दर्जा दिया।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सियाचिन को पाकिस्तान को सौंपने की योजना बनाई थी और सर्जिकल स्ट्राइक तथा बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे कदमों का कभी समर्थन नहीं किया, बल्कि सबूत मांगे।


उन्होंने कहा, “जब आज पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को मुंह तोड़ जवाब देने का समय है, तब कांग्रेस एकजुट होने की बजाय विभाजनकारी संदेश दे रही है।”

पूनावाला ने कांग्रेस की “दोहरी मानसिकता” पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ वह सर्वदलीय बैठक में एकता की बात करती है, दूसरी तरफ ऐसे पोस्ट साझा करती है।

इससे पहले भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कांग्रेस ने ‘सिर तन से जुदा’ वाली छवि का इस्तेमाल करके कोई संदेह नहीं छोड़ा है। यह महज एक राजनीतिक बयान नहीं है; यह मुस्लिम वोट बैंक को निशाना बनाने और प्रधानमंत्री के खिलाफ परोक्ष तरीके से उकसावे वाला काम है।’’

मालवीय ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने इस तरह का हथकंडा पहली बार नहीं अपनाया है। राहुल गांधी ने कई बार प्रधानमंत्री के प्रति हिंसा को उकसाया भी है और उसे सही भी ठहराया है। फिर भी कांग्रेस इसमें कामयाब नहीं होगी क्योंकि प्रधानमंत्री को लाखों भारतीयों का स्नेह और आशीष प्राप्त है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी का सिर कटा है तो वह कांग्रेस है, जो अब बिना सिर वाले हाइड्रा की तरह इधर-उधर हाथ-पैर पटक रही है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस को सीधे पाकिस्तान से आदेश मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में एकजुटता पर जोर दिया था, लेकिन उसकी जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष समेत कुछ नेता पाकिस्तान से बातचीत करने का सुझाव दे रहे हैं।

भंडारी ने कहा कि पाकिस्तान के एक पूर्व मंत्री ने कांग्रेस के सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जहां कांग्रेस के लिए बल्लेबाजी कर रहा है, वहीं कांग्रेस पाकिस्तान के लिए गेंद डाल रही है। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कांग्रेस के ‘गायब’ वाले पोस्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “कांग्रेस पार्टी ने ओछी राजनीति करते हुए प्रधानमंत्री का एक फोटो अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया, जिसमें उनका सिर ही नहीं है। कहीं न कहीं जो कट्टरपंथी ‘सिर तन से जुदा’ का नारा लगाते हैं, अब कांग्रेस भी कुछ वैसा ही करती दिखाई दे रही है। यह पूरे देश के लिए एक होने का समय है। मगर, कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस को अपना स्टैंड बार-बार नहीं बदलना चाहिए। जब ऑल पार्टी मीटिंग हुई थी तो उस समय उन्होंने खुद कहा था कि हम केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं और पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मगर, अब कांग्रेस रोजाना ये मांग कर रही है कि अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इतना ही नहीं, अब उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला केंद्र को करना है। मुझे लगता है कि इस तरह की मांग करना देशहित में सही नहीं है।”

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कुछ दिन तक एक स्वर में बोलने के बाद सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच अब आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं।

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