पहलगाम हमले के जवाब में खून का बदला खून की मांग करने वाले आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने अब पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सेना की इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि पहलगाम में जो जख्म दिया गया था, ये उस पर मरहम का काम करेगा। लेकिन अब भी ये पूरा इलाज नहीं है। उन्होंने पीओके (POK) को भारत में शामिल होने तक इस तरह की कार्रवाई जारी रखने की मांग उठाई।
‘सेना आतंकवादियों के आकाओं को नेस्तनाबूद कर देगी’
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि जो जख्म हमें पहलगाम में मिले थे, ये कार्रवाई उस पर मरहम है। हालांकि, यह पूरा इलाज नहीं है। लेकिन हमें भरोसा है कि सेना आतंकवादियों और उनके आकाओं को नेस्तनाबूद कर देगी। हमें अपनी सेना पर गर्व है। सेना ने देश को गौरवान्वित किया है। देश का बच्चा-बच्चा आज सेना को सेल्यूट कर रहा है।
‘पाकिस्तान ने आतंकवादी भेजकर पैगंबर के खिलाफ काम किया’
आला हजरत खानदान से संबंध रखने वाले मौलाना तौकीर रजा खां ने सौदागरान स्थित अपने आवास पर एक प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि हमारे पैगंबर का फरमान है कि अपने पड़ोसियों के साथ हमदर्दी और मोहब्बत रखो। लेकिन पाकिस्तान ने आतंकवादी भेज-भेजकर पैगंबर के विचारों के खिलाफ काम किया। जिस तरह से आतंकी ठिकानों को चिन्हित कर निशाना बनाया गया उसके लिए देश की सेना मुबारकबाद की हकदार है। सेना को पूरी छूट दी गई तो उन्होंने भी दिखा दिया कि देश का गौरव क्या होता है। मौलाना ने पहलगाम में मारे जाने वाले लोगों को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग उठाई।
