यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित खनन मुख्यालय (खनिज भवन) में मंगलवार दोपहर बाद पीछे के हिस्से में आग लग गई। कूड़े से भड़की आग ने देखते ही देखते एसी और वायरिंग के तार को चपेट में लिया। जिसके बाद आग इतनी तेजी से भड़की कि भूतल से पांचवी मंजिल तक पहुंच गई। कर्मचारी शोर मचाते हुए भागकर नीचे आए। कर्मचारियों ने विभाग में लगे फायर फाइटिंग सिस्टम की मदद से आग बुझाने के साथ पुलिस और दमकल को सूचना दी।
सीएफओ मंगेश कुमार हाइड्रोलिक प्लेटफार्म समेत तीन दमकल के साथ पहुंचे। राहत कार्य शुरू किया। दमकल कर्मियों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत कर आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। इस दौरान पीछे के हिस्से में बने कमरों के एसी, कंप्यूटर और उसमें रखी जरूरी फाइलों को बहुत नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि खनिज भवन के पीछे वाले हिस्से की तरफ दोपहर 2:30 बजे के करीब आग की लपटें और धुआं निकलते देख अफरातफरी का माहौल बन गया। देखते ही देखते बिल्डिंग की पांचों मंजिलों तक आग पहुंच गई। इसकी जानकारी होते ही पूरी बिल्डिंग में मौजूद लोग बाहर आ गए।
विभाग में लगे हाइड्रेट की मदद से तुरंत राहत कार्य शुरू होने से बड़ी घटना होने से बच गई। वाटर स्प्रिंकलर से आग कमरों में नहीं फैली। वहीं, दमकल कर्मियों ने एक घंटे में पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया। आग से बिल्डिंग के पिछले हिस्से में लगे एसी, कंप्यूटर और कुछ फाइल और जरूरी सामान जलने की बात सामने आई है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई।
सीएफओ मंगेश कुमार के मुताबिक बिल्डिंग के पीछे वाले हिस्से में पेड़ के पास पड़े कूड़े और बिल्डिंग के बाहर की तरफ लगी डेकोरेटेड शीट से आग भड़की है। जांच के बाद ही आग लगने के सही कारणों का पता चल सकेगा। आग और पानी से कई फाइल को नुकसान की आशंका है। खनिज भवन निदेशक माला श्रीवास्तव का कहना है कि आग के लगने के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सके हैं। पांचों मंजिल पर पानी भर गया है। जले हुए बिजली के तार फैले हुए हैं। आग से नुकसान का आंकलन जांच के बाद ही हो सकेगा।