खुद मिमी चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, हम महिला के लिए सम्मान और अधिकार की मांग कर रहे हैं। ये हैं उसमे से कुछ लोग, ये लोग रेप की धमकी दे रहे हैं, इनके लिए यह सामान्य है।
ये लोग पर्दे के पीछे छिपकर जहर उगलते हैं और फिर भीड़ में कहते हैं कि हम महिलाओं के साथ हैं। आखिर इन लोगों का कैसा लालन-पालन हुआ है, कैसी इनकी शिक्षा है, जो इन लोगों को यह सब सिखाती है। मिमी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर स्क्रीनशॉट के साथ पुलिस को भी टैग किया है।
AND WE ARE DEMANDING JUSTICE FOR WOMEN RIGHT????
These are just few of them.
Where rape threats has been normalised by venomous men masking themselves in the crowd saying they stand by women.What upbringing nd education permits this????@DCCyberKP pic.twitter.com/lsU1dUOuIs
— Mimi chakraborty (@mimichakraborty) August 20, 2024 ” data-loaded=”true”>
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Where rape threats has been normalised by venomous men masking themselves in the crowd saying they stand by women.What upbringing nd education permits this????@DCCyberKP pic.twitter.com/lsU1dUOuIs— Mimi chakraborty (@mimichakraborty) August 20, 2024
बता दें कि मिमी चक्रवर्ती ने कोलकाता डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के विरोध विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। 14 अगस्त की रात को विरोध प्रदर्शन में मिमी चक्रवर्ती ,ऋद्धि सेन, अरिंदम सिल और मधुमिता सरकार जैसे अन्य अभिनेताओं ने भी भाग लिया।
मिमी चक्रवर्ती का एक्टिविज्म में शामिल होना कोई नई बात नहीं है। उन्होंने 2019 से 2024 के बीच जादवपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद के रूप में काम किया है। वह सोशल मीडिया पर खुलकर इन मुद्दों को उठाती हैं।
कोलकाता घटना के खिलाफ जैसे-जैसे लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है, अधिकारियों के लिए ऐसी धमकियों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करना महत्वपूर्ण हो गया है। सोशल मीडिया पर इस तरह के तत्वों पर कार्रवाई की मांग उठ रही है।
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है। जिसके बाद देशभर में इस घटना के खिलाफ लोग अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं।
मामले के मुख्य आरोपी संदीप घोष पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की कड़ी नजर है। घोष पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल थे, लेकिन अब उन पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।
मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से कुछ घंटे पहले ही पश्चिम बंगाल सरकार ने संदीप घोष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। विभागीय जांच में घोष और कुछ बेईमान ठेकेदारों के बीच मिलीभगत का पता चला। इस घटनाक्रम ने पहले से ही जटिल मामले में एक और परत जोड़ दी है।