कैराना नगर पालिका में प्रथम बोर्ड बैठक में चहुंमुखी विकास के लिए मंथन किया गया। इस अवसर पर वार्ड सभासदों से सुझाव और वार्डों की समस्याओं के बारे में भी जानकारी हासिल की गई। हालांकि, बैठक के दौरान बजट पारित नहीं हुआ। अगले माह फिर से बोर्ड बैठक का आयोजन किया जाएगा।
गत बुधवार को नगर पालिका परिषद कैराना में प्रथम बोर्ड बैठक प्रस्तावित थी। जिसको डेढ़ दर्जन से अधिक सभासदों द्वारा बहिष्कार किए जाने के कारण स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद गुरुवार को सभासदों की पालिकाध्यक्ष और ईओ से वार्ता हुई थी, जिसमें बोर्ड बैठक का एजेंडा निरस्त करने के बाद मनमुटाव दूर हो गए थे।
बोर्ड बैठक की तिथि निर्धारित कर दी गई थी। अब पालिका के सभा कक्ष में पालिकाध्यक्ष शमशाद अहमद अंसारी की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त 28 वार्डों में चहुंमुखी विकास कराने के बारे में चर्चा की गई। पालिकाध्यक्ष ने बोर्ड बैठक में पहुंचे सभासदों से सुझाव और वार्डों में समस्याओं के बारे में भी जानकारी की।
इस दौरान पेयजल, जलभराव और साफ-सफाई की समस्याएं बताई गईं। समस्याओं का शीघ्र ही निस्तारण सुनिश्चित कराये जाने का आश्वासन दिया गया। हालांकि, एजेंडा पहले ही निरस्त किए जाने के कारण बोर्ड बैठक में बजट पारित नहीं हो सका। ईओ इंद्रपाल सिंह ने बताया कि पालिका में प्रथम बोर्ड बैठक हुई थी, जिसमें बजट पास नहीं हुआ है।
अगले माह फिर से एजेंडा जारी करते हुए बोर्ड बैठक का आयोजन किया जाएगा। बोर्ड बैठक के दौरान नगर पालिका स्टाफ सहित सभासदगण मौजूद रहे। नगर पालिका के सभाकक्ष में बोर्ड बैठक के दौरान महिला सभासद भी पहुंची। जहां वह एक साइड में कुर्सियों पर बैठी नजर आईं। इनमें अधिकतर महिलाएं घूंघट की ओट में दिखी।
वहीं कुछ महिला सभासद के पति या फिर उनके पारिवारिक बोर्ड बैठक में अपनी बातें रखते नजर आए। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। सही तो यही है कि जनता द्वारा चुनी गई सभासद को ही मजबूती के साथ अपने वार्ड के हितों के लिए बात रखनी चाहिए।