केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच तीसरे दौर की बातचीत शुक्रवार तड़के समाप्त हो गई। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बहुत सकारात्मक चर्चा हुई।
निर्णय लिया गया कि अगली बैठक रविवार 18 फरवरी को शाम 6 बजे होगी।
लगभग पांच घंटे तक चली वार्ता के बाद मुंडा ने यहां मीडिया से कहा, “हम सभी शांतिपूर्वक समाधान निकालेंगे।”
किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों – मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय के बीच तीसरे दौर की बातचीत गुरुवार शाम तीन घंटे की देरी से शुरू हुई।
बैठक में हिस्सा लेने वाले किसान नेताओं में जगजीत सिंह दल्लेवाल, सरवन सिंह पंढेर और जरनैल सिंह शामिल थे।
बैठक में मौजूद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बातचीत ‘सौहार्दपूर्ण माहौल’ में हुई और उन्हें गतिरोध खत्म करने के लिए कोई समाधान निकलने की उम्मीद है।
मान ने कहा, “13-14 मांगों पर सकारात्मक चर्चा हुई, मैंने केंद्र से हरियाणा सरकार को (अंतरराज्यीय) सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने का निर्देश देने का अनुरोध किया।”
बातचीत के पिछले दो दौर – 8 और 12 फरवरी को – अनिर्णायक रहे थे।
किसानों ने पंजाब और हरियाणा के बीच अंतरराज्यीय सीमाओं पर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने अन्य मांगों के अलावा फसल की न्यूनतम कीमतें बढ़ाने और ऋण माफी की मांग की।