कुवैत अग्निकांड में मारे गए केरल के लोगों के शवों को वापस लाने के लिए केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज आज अल-मंगफ के लिए रवाना होंगी। इस अग्निकांड में मरने वालों में 40 भारतीय हैं।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। सीएम विजयन सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी फैसला किया है।
कुवैत के दक्षिणी शहर अल-मंगफ में एक इमारत में लगी भीषण आग में मरने वाले 14 केरलवासियों में से 13 की पहचान कर ली गई है।
इमारत में लगी आग में केरल की एक कंपनी के 49 कर्मचारियों की मौत हो गई।
कुवैत के सूत्रों के अनुसार, मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है। वहीं, इमारत में रहने वाले करीब 18 कर्मचारी इस हादसे में बाल-बाल बच गए। वे सुबह करीब 4 बजे सुबह की ड्यूटी के लिए इमारत से निकल गए थे।
कुवैत के अधिकारी मंगाफ इलाके की एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गये लोगों के शवों की डीएनए जांच कर रहे हैं और भारतीय वायुसेना के एक विमान को हादसे में मारे गये भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए तैयार रखा गया है। नवनियुक्त केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा कि राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत से भारतीय दूतावास के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए पहुंच चुके हैं, ताकि मारे गए लोगों के शवों को वापस लाया जा सके।
उन्होंने कहा, “सभी भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए सभी प्रबंध किए जाएंगे।”
इस घटना को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, ”कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। कथित तौर पर 40 से अधिक मौतें हुई हैं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित पक्षों को पूरी सहायता प्रदान करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना को ‘दुखद’ करार दिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा सहित अन्य लोगों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। बैठक के बाद मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीयों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और निर्देश दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करे।
केरल सरकार ने कुवैत अग्निकांड में मारे गए केरलवासियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का बृहस्पतिवार को निर्णय किया। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज सुबह मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक में यह फैसला लिया है।
इसमें बताया गया कि मंत्रिमंडल ने इस हादसे में घायल हुए लोगों को भी एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय किया है।
बयान के मुताबिक, प्रसिद्ध भारतीय व्यापारी एम ए यूसुफ अली और रवि पिल्लई ने मुख्यमंत्री को यह बताया कि वे इस हादसे में मारे गए प्रत्येक केरलवासी के परिवार को क्रमशः पांच लाख रुपये और दो लाख रुपये की सहायता देंगे।
बयान में बताया गया कि ‘एनओआरकेए’ के माध्यम से उन्हें यह आर्थिक मदद दी जाएगी और घटना में मारे गए राज्य के प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को, दोनों व्यापारियों की मदद से 12 लाख रुपये मिलेंगे।
बता दें कि कुवैत में हुए इस भीषण अग्निकांड में इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई। इस इमारत के बारे में बताया जा रहा है कि इसमें मजदूर रहते थे, जिसमें से अधिकतर भारतीय थे। यह आग बुधवार की सुबह लगी। इसके लिए वहां की सरकार ने मालिक को जिम्मेदार ठहराया है। यह भीषण अग्निकांड मंजफ शहर में हुआ है, जो दक्षिण कुवैत में है।