केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि किसान अब सिर्फ अन्नदाता नहीं है। इथेनॉल, मिथेनॉल, बायो डीजल, बायो एलएनजी, इलेक्ट्रिक, सीएनजी, हाइड्रोजन… अब किसान तैयार करेगा। 60 प्रतिशत इथेनॉल, 40 प्रतिशत बिजली…, उसका अगर एवरेज पकड़ा जाएगा तो 15 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल का भाव होगा, जनता का भला होगा, किसान उर्जादाता बनेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे देश का प्रदूषण कम होगा, इम्पोर्ट कम होगा। 16 लाख करोड़ का इम्पोर्ट है, उसके बजाए ये पैसा किसानों के घरों में जाएगा। गांव समृद्ध-संपन्न बनेंगे। गांव के किसान के बेटों को रोजगार मिलेगा। इस देश का किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं उर्जादाता बनेगा। बता दें कि नितिन गडकरी चार जुलाई को राजस्थान के प्रतापगढ़ में थे। इस दौरान उन्होंने ये बातें कही।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ़ में 5600 करोड़ रुपये की कुल 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कुल 219 किमी लंबाई और 3,775 करोड़ रुपये की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।

राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर किशनगढ़ से गुलाबपुरा खंड तक छह लेन की यह परियोजना अजमेर और भीलवाड़ा जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देगी।

गुलाबपुरा से चित्तौड़गढ़ खंड के छह लेन बनने से उदयपुर, जयपुर और कोटा क्षेत्र के भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों की आपसी कनेक्टिविटी मजबूत होगी।

फतेहनगर में राष्ट्रीय राजमार्ग 162ए पर चार लेन के रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा।

नितिन गडकरी ने सीआरआईएफ के तहत मंडरायल में चंबल नदी पर उच्च स्तरीय पुल के निर्माण का उद्घाटन भी किया। इस पुल के निर्माण से राजस्थान के मंडरायल, करौली और मध्य प्रदेश के सबलगढ़ के बीच कनेक्टिविटी बनी रहेगी। इसके अलावा, 1,850 करोड़ रुपये की कुल लंबाई वाली सात परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी गई। ये परियोजनाएं प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नाथद्वारा से उदयपुर हवाई अड्डे तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी।

कहा गया कि ‘प्रतापगढ़ बाइपास के निर्माण से शहर के अंदर यातायात का दबाव कम होगा। रास से ब्यावरा तक सड़क बनने से भीलवाड़ा की ओर जाने वाले वाहनों को सुविधा होगी। डूंगरपुर, उदयपुर और बांसवाड़ा क्षेत्र के आदिवासी इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। सांगवाड़ा व गढ़ी में बाइपास बनने से डूंगरपुर-बांसवाड़ा की दूरी 10 किमी कम हो जाएगी।

वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ब्यावर-गोमती मार्ग पर टॉडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में 13 पशु अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। राजस्थान में केंद्रीय सड़क निधि के तहत 2250 करोड़ रुपये की लागत से 74 परियोजनाओं की मंजूरी की भी घोषणा इस कार्यक्रम के दौरान की गई। इन परियोजनाओं पर काम जल्द ही शुरू होगा।

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