किसानों का जत्था न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और अन्य कृषि सुधारों के लिए कानूनी गारंटी की मांग को लेकर मुख्य रूप से पंजाब से दिल्ली की ओर मार्च करने के अपने दृढ़ संकल्प पर कायम हैं। अंबाला के पास शंभू सीमा पर स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। रणनीति के तहत किसानों ने ड्रोन के रोटरों को उलझाने के लिए पतंगों की लंबी डोर का उपयोग करना शुरू कर दिया ताकि संभावित दुघर्टना से बचा जा सके।
केंद्र और किसान नेताओं के बीच चल रहे गतिरोध के बीच किसान शंभू सीमा पर इकट्ठा होते रहे और भारी भरकम बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश करते रहे। युवा किसानों ने ‘दिल्ली’ की ओर बढ़ने में आ रही बाधा को दूर करने के लिए सीमेंटेड ब्लॉक्स को तोड़ने के लिए अपने ट्रैक्टर तैयार कर लिए।
हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके चलते टकराव के हालात पैदा हो गए। उन्होंने आंसू गैस के प्रभाव को कम करने के लिए खुद को पानी की बोतलों, गीले कपड़ों और यहां तक कि सुरक्षात्मक गियर से सुसज्जित किया
Police fire tear gas at farmers gathered at Punjab-Haryana Shambhu border to resume ‘Dilli Chalo’ protest!!!
Long live the farmers.
Shame on the Police!!! 😡😡#FarmerProtestInDelhi #FarmersProtest #Saraswati #SaraswatiPooja #saraswatipuja2024 #basant #BasantPanchami2024 pic.twitter.com/HEmgFx2PP8— Mahnoor Baber (@mahnoooorbab) February 14, 2024
कृषि मंत्री ने बातचीत की अपील की
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज किसानों से अपील की किसानों को रचनात्मक बातचीत के लिए तैयार हों ताकि आम आदमी के सामान्य जीवन को बाधित करने वाले कार्यों से बचने का आग्रह किया।