काशी में देश-विदेश के हिन्दू-बौद्ध-जैन मंदिरों और गुरुद्वारों में बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा के मुद्दों पर तीन दिवसीय एक्सपो 22 से 24 जुलाई आयोजित किया जा रहा है।
इसमें देश भर के 468 मंदिर प्रमुखों के साथ 41 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसमें 32 देश ऑनलाइन जुड़ेंगे और नौ देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसका उद्घाटन संघ प्रमुख मोहन भागवत करेंगे।
काशी के कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ में 24 जुलाई तक चलने वाले एक्सपो में भारत समेत 30 से अधिक देशों के 1680 हिन्दू, बौद्ध, जैन मंदिरों व गुरुद्वारों के प्रबंधक रहेंगे। इनमें 450 प्रतिनिधि कार्यक्रम में रहेंगे, बाकी ऑनलाइन जुड़ेंगे। एक्सपो के चेयरमैन एवं महाराष्ट्र में भाजपा के एमएलसी प्रसाद लाढ़ ने बताया कि काशी विश्वनाथ, तिरुपति, उज्जैन महाकाल, बांके बिहारी मंदिर वृंदावन, अयोध्या के राम मंदिर, इस्कान, स्वामीनारायण, संकटमोचन मंदिर, शिरडी साईं मंदिर और पटना साहेब गुरुद्वारा समेत दुबई व अमेरिका के धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधि आएंगे। कहा कि देवस्थानों की साइबर अटैक से सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक, फेस रिक्गनिशन तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरों के इस्तेमाल आदि बिंदुओं पर चर्चा होगी।
प्रसाद लाढ़ ने कहा, श्रद्धालुओं के चढ़ावे का उनके लिए ज्यादा से ज्यादा उपयोग के अलावा गुरुद्वारों की तरह मंदिरों में लंगर, जरूरतमंदों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं व आर्थिक मदद, मंदिरों की अर्थव्यवस्था व टैक्स जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
एक्सपो की आयोजक संस्था टेम्पल कनेक्ट के संस्थापक गिरेश कुलकर्णी ने बताया कि महासम्मेलन में स्मार्ट टेंपल मिशन लॉन्च होगा। विश्व के सभी शीर्ष धर्मगुरु इस आयोजन में शामिल होंगे। अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई, कनाडा, मॉरीशस, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड समेत कई देशों के संत समाज और मंदिरों के प्रतिनिधि इसमेें शामिल हो रहे हैं।