कांग्रेस को तीन दिनों में लगातार तीसरा झटका लगता दिख रहा है। खबर है कि भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के पोते सीआर केसवन शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। केसवन ने करीब एक महीने पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस छोड़ते वक्त उन्होंने कहा था कि वह पार्टी में जारी राजनीति के तरीके से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा था, ‘एक बार पार्टी छोड़ने के बाद मुझे नहीं लगता कि मुझे कांग्रेस पर कोई टिप्पणी करनी चाहिए। कांग्रेस में जिस तरह की राजनीति हो रही है, उससे मैं सहज नहीं हूं और पार्टी छोड़ना ही सही फैसला है और यही मैंने आज किया।’
उन्होंने कहा था, ‘मैं बीते 22 सालों से कांग्रेस का हिस्सा हूं, लेकिन समय के साथ मुझे महसूस हुआ कि कांग्रेस में दृष्टिकोण न रचनात्मक था और न ठोस। जिन मूल्यों के लिए मैंने काम किया, वे बदल गए हैं।’
शुक्रवार को ही अविभाजित आंध्र प्रदेश आखिरी मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। वह भी लंबे समय पहले कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके थे। उन्होंने भाजपा में शामिल होते वक्त कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्हें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वी मुरलीधरन, केरल भाजपा प्रमुख के सुरेंद्रन ने सदस्यता दिलाई। अनिल ने गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की विवादित डॉक्युमेंट्री पर भी सवाल उठाए थे। बयान को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।