प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को तेलंगाना के दौरे पर थे। यहां उन्होंने आज सूबे को हजारों करोड़ की सौगात दी। इस दौरान सूबे के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने मंच पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया और उन्हें अपना बड़ा भाई बताया। साल 2023 में हुए विधानसभ चुनाव में रेवंत रेड्डी की अगुवाई में कांग्रेस ने जीत दर्ज की और सरकार बनाई। बता दें कि इससे पहले जब भी प्रधानमंत्री तेलंगाना के दौरे पर आते थे तो पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव पीएम की मीटिंग से दूर ही रहना ही पसंद करते थे। इसके विपरीत रेवंत रेड्डी ने अलग अंदाज दिखाया है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए पीएम मोदी को बड़ा भाई बताया। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए केंद्र से मदद मांगते हुए कहा कि केवल उनकी मदद से ही मुख्यमंत्री अपने प्रदेश को आगे ले जा सकते हैं। इतना ही नहीं, वह अदीलाबाद भी गए, जहां पर प्रधानमंत्री मोदी कई प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सामने खड़ी जनसभा को हिंदी में संबोधित किया।
इस दौरान रेवंत रेड्डी ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री से प्रार्थना है कि अगर तेलंगाना को गुजरात की तरह आगे जाना है तो हमें आपकी मदद चाहिए होगी। आपके 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को पांच मेट्रोपॉलिटन शहर चाहिए। हैदराबाद इसमें योगदान देना चाहता है। हमें मेट्रो रेल में सपोर्ट कीजिए। जिस तरह आपने साबरमती रिवर फ्रंट को विकसित किया, उसी तरह हम मूसी नदी को रीजनरेट करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी का यह पहला तेलंगाना दौरा था। रेड्डी की बातों से संकेत मिला है कि भले ही प्रदेश में कांग्रेस का शासन है, वह केंद्र सरकार से पंगा नहीं लेना चाहते हैं। इससे पहले, मोदी, जो तेलंगाना के आदिलाबाद और संगारेड्डी जिलों के दो दिवसीय दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री के आधिकारिक समारोह में राज्य की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी सहित अन्य लोग शामिल हुए। लंबे समय बाद तेलंगाना के किसी मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की और आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान उनके साथ मंच साझा किया।
प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दौरान पेद्दापल्ली में एनटीपीसी की 800 मेगावाट (यूनिट -2) तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना का लोकार्पण किया। इसके अलावा अंबारी-आदिलाबाद-पिंपलखुटी विद्युतीकरण प्रोजेक्ट और 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे, राजमार्ग और बिजली परियोजनाओं की आधारशिला रखी।