उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं का DNA एक है। विदेशी सरजमीं पर पढ़े लिखे ये लोग अवसरवादी है, जिनका देश और प्रदेश के विकास से कोई सरोकार नहीं है।
बता दें कि आज रामलीला मैदान में बलिया सदर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी व पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र नीरज शेखर की नामांकन सभा को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि ‘सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की शिक्षा विदेश में हुई है। इस नाते इनका डीएनए एक है। अखिलेश के पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव ने चन्द्रशेखर से समाजवादी जनता पार्टी हथियाई, जबकि अखिलेश ने मुलायम सिंह से सपा हथिया ली।अखिलेश की शिक्षा आस्ट्रेलिया में तो राहुल का लालन पालन इटली के संस्कारों में हुआ है। इनका देश प्रदेश से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने कभी पद के लिए समझौता नहीं किया, जब बलिया की बात आई तो पद को ठोकर मारने का काम किया। स्वर्गीय चंद्रशेखर ने 1979 में जनता दल से अलग होकर समाजवादी जनता पार्टी बनाने का काम किया था। अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव समाजवादी जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे। चंद्रशेखर दिल्ली में बैठे रहे और मुलायम सिंह ने 1992 में पूरी पार्टी पर कब्जा करके समाजवादी पार्टी में परिवर्तित करने का काम किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोग कहते हैं इतिहास अपने-आप को दोहराता है। जब सन् 2016 में समाजवादी पार्टी का युद्ध हुआ तो ठीक वैसे ही जब अखिलेश के पार्टी-परिवार में फूट हुई तो अखिलेश यादव ने भी मुलायम सिंह यादव को अलग करके समाजवादी पार्टी को कब्जा करने का काम किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के लोग असली समाजवादी नहीं हैं, ये केवल पूंजीपतियों और परिवार आगे बढ़ाने का काम करते हैं। अखिलेश यादव की पीडीए केवल परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। बृजेश पाठक ने कहा कि ‘सपा के लोग अक्सर बयान दे देते हैं कि राम मंदिर में पूजा करने वाले लोग पाखंडी है तथा राम मंदिर का वास्तु और डिजाइन खराब है। लेकिन यह लोग कभी अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक ग्रन्थों के बारे में नहीं बोल सकते हैं। ये जानते हैं कि सनातन धर्म के लोग सहिष्णु हैं स्वीकार करते हैं।’ संवाददाताओं से बातचीत में हिन्दू-मुसलमान की राजनीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पाटर्ी सिफर् और सिफर् डेवलपमेंट के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है।