लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने CAA को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये कानून किसी व्यक्ति, किसी जाति, किसी मत या किसी मजहब के खिलाफ नहीं है। सीएम ने कहा जो लोगों अपने पड़ोसी देश में पड़ताड़ित हो कर भारत में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं उन्हें भारत की नागरिकता प्राप्त करने ये कानून है। सीएम योगी ने कहा कि भारत हमेशा मानवी संवेदना के साथ रहा है। इसलिए CAA जैसे कानून लाकर शरणार्थी को भारत की नागरिकता देना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में मजहबी बर्बरता से पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मानजनक जीवन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन कट्टरपंथियों के दबाव में क्यों आ रही है, जो मानवता के दुश्मन हैं। कांग्रेस का यह वक्तव्य मानवता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वास्तविक चेहरा देश और दुनिया के सामने आ गया है।
सीएए यानी की नागरिकता संशोधन अधिनियम इस कानून के तहत तीन पड़ोसी देश बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी। दिसंबर 2014 से पहले से भारत में आने वाले छह धार्मिक अल्पसंख्यकों (हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी और ईसाई ) को नागरिकता देने का प्रावधान है।
हालांकि इस कानून का कांग्रेस पार्टी और देश के मुसलमान कर रहे थे। उनका मानना है कि इस कानून को लागू करने में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है, इसमें मुसलमानों को भी रखना चाहिए, साथ ही मुसलमानों का यह भी तर्क है कि नागरिकता पाने के लिए शरणार्थी अपना धर्म भी बदल सकते हैं।