समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार पार्टी का 16 सदस्यीय डेलिगेशन किसानों से मिलने गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल जाएगा। इस दौरान सपा का प्रतिनिधि मंडल किसानों का हाल जानेगा। साथ ही उनकी रिहाई के लिए जेल के प्रशासनिक अधिकारियों से बात भी करेगा। जिसकी रिपोर्ट डेलिगेशन प्रदेश कार्यालय में प्रस्तुत करेगा। इसकी जानकारी समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने बुधवार को प्रेस नोट जारी कर दी है।
लुक्सर जेल में बंद किसनों से मिलने के लिए सपा का उच्च स्तरीय डेलिगेशन गुरूवार को 12 दिसंबर 2024 को जाएगा। डेलिगेशन में सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष समेत कई बड़े नेता शामिल रहेंगे। सपा के इस डेलिगेशन में शामिल होने के लिए मुजफ्फनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक, फतेहपुर के सांसद नरेश उत्तम पटेल, अंबेडकर नगर के सांसद लालजी वर्मा, कांठ के विधायक कमाल अख्तर, सपा जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दादरी विस से प्रत्याशी राजकुमार भाटी, प्रदेश सचिव फकीर चंद नागर, गजराज नागर, पूर्व जिलाध्यक्ष बीर सिंह यादव, महेंद्र नागर, सुनील चौधरी, सुनील भाटी, आश्रय गुप्ता, इंदर प्रधान, नरेंद्र नागर और सुधीर तोमर का नाम सामने आया है।
गौरतलब हो कि गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मंगलवार रात को जेल में बंद 20 किसानों की रिहाई का आदेश जारी किया था। हालांकि इनमें से सिर्फ एक ही किसान की रिहाई हो पाई है। अन्य 19 किसानों की विभिन्न मामलों के चलते रिहाई नहीं हो सकी। लुक्सर जेल से अब तक 27 किसान रिहा हो चुके हैं। बता दें कि किसानों की रिहाई के लिए महिलाओं ने कैंडल मार्च भी निकाला था।