नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम शनिवार 13 अप्रैल को घोषित होंगे। इन परिणामों पर भाजपा, कांग्रेस और जे.डी.एस. सहित तमाम दलों की निगाहें लगी हुई हैं। राज्य का चुनावी इतिहास आमतौर पर किसी पार्टी को लगातार दोबारा सत्ता में न लाने का रहा है। ऐसे में रिजल्ट को लेकर सबकी धड़कनें बढ़ी हुई हैं। इस चुनाव में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दारामैया और डी के शिवकुमार के अलावा जनता दल (सेकुलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी का भविष्य तय होगा। राज्य में विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई को मतदान हुआ था।
कर्नाटक असैंबली चुनाव में मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे शुरू हो जाएगी। इसके लिए राज्य में 36 जगहों पर काऊंटिंग सैंटर बनाए गए हैं। सभी केंद्रों पर सी.सी.टी.वी. सहित सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए जोड़तोड़
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना से एक दिन पहले सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपनी-अपनी रणनीति पर चर्चा की और स्पष्ट जनादेश न होने की स्थिति में निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क साधने व जोड़तोड़ को लेकर मंथन किया।
सट्टा बाजार में कांग्रेस पर पैसा लगा
सट्टा बाजार चलाने वाले सटोरियों ने कर्नाटक में कांग्रेस पर अपना पैसा लगाया है। कहा जा रहा है कि सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस लगभग 120-130 सीटों के साथ‘उल्लेखनीय जीत’ हासिल कर सकती है। सटोरियों ने भविष्यवाणी की है कि भाजपा अधिकतम 80 सीटें जीतेगी जबकि जनता दल-सैक्यूलर को 37 सीटें मिलने की उम्मीद है।