राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने भारतीय सेना के शौर्य की सराहना करते हुए बालिकाओं का आह्वान किया है कि वे कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तरह राष्ट्र का गौरव बनें।
बागड़े ने बालिकाओं को देश का गौरव बताते हुए कहा कि राष्ट्र सर्वोच्च के अंतर्गत शिक्षण संस्थाओं में आरंभ से ही राष्ट्रभक्ति का बीजारोपण किया जाए। उन्होंने शुक्रवार को माहेश्वरी पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक समारोह मुस्कान को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने आर्यभट्ट, भास्कराचार्य की चर्चा करते हुए कहा कि पूरे विश्व को गुरुत्वाकर्षण और खगोल का वास्तविक ज्ञान भारत की देन है। उन्होंने प्राचीन भारतीय ज्ञान के आलोक में नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाये जाने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने कहा कि विद्यालय केवल शिक्षा प्रदान करने के केन्द्र ही नहीं होते बल्कि वे संस्कार निर्माण की पाठशाला होते हैं। उन्होंने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति एक हजार शिक्षाविदों ने मिलकर तैयार की है। यह पूरी तरह से भारतीयता से ओतप्रोत है। इसमें भारतीय संस्कृति और उदात्त जीवन मूल्यों पर जोर है। शिक्षकों को चाहिए कि वे इस नीति के आलोक में विद्यार्थियों को शिक्षित—दीक्षित करें।
उन्होंने मैकाले द्वारा भारतीय शिक्षा को पश्चिमी बनाए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि जिस तरह से आजादी के बाद देश का झंडा बदला गया था उसी तरह अंग्रेजो की प्रदत्त शिक्षा नीति को भी उसी समय बदला जाना चाहिए था।
राज्यपाल ने बालिकाओं को मजबूत बनने और राष्ट्र के गौरव के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बालिकाएं पढ़ती है, आगे बढ़ती है तो देश भी आगे बढेगा। इससे पहले उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को सम्मानित भी किया।