उत्तर प्रदेश की कन्नौज में 200 साल पुराने मंदिर का हिस्सा तोड़कर घर में मिलाये जाने का मामला सामने आया है। पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने जिलाधिकारी से मिलकर उप जिलाधिकारी की भी शिकायत की। उन्होंने कहा कि उनके मुस्लिम साथियों ने इस संबंध में उन्हें जानकारी दी कि मंदिर के हिस्से को तोड़कर घर में मिल लिया गया है। मूर्तियों को कुएं में फेंका गया है। डीएम ने जांच का आश्वासन दिया है। मामला बालापीर मोहल्ले में स्थित 200 साल पुराने जागेश्वर नाथ महादेव मंदिर का है।
पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि सपा नेता कैश खान के घर के बगल में अभी भी मंदिर का हिस्सा दिखाई पड़ रहा है। शिवलिंग के हिस्से को घर में मिलाया गया है। यहीं पर होली जलती थी। जिसकी फोटो भी सामने आई है। मूर्तियों को कुएं में भेज दिया गया है। कुएं की खुदाई हुई तो मूर्तियां भी निकलेगी। उन्होंने एसडीएम पर भी गंभीर आरोप लगाया है।
सुब्रत पाठक ने कहा कि सपा नेता ने पीडब्ल्यूडी की जमीन पर कब्जा करके गेस्ट हाउस बना लिया है। पुरातत्व विभाग और मस्जिद की जमीन पर भी कब्जा कर लिया है। इस मामले में एसडीएम कन्नौज की भूमिका संदिग्ध है। वह भ्रष्टाचार में लिप्त है। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।
पूर्व सांसद ने कहा कि मुस्लिम आबादी बढ़ने से हिंदू समाज डरा हुआ है। संकट आया तो हिंदू पलायन कर गया। मंदिर सार्वजनिक स्थल पर होता है। इसलिए इसकी देखरेख करने वाला भी कोई नहीं बचा। पूजा की गतिविधियों की जगह संदिग्ध गतिविधियां शुरू हो गई। सपा नेता के डर से हिंदू और मुसलमान कोई भी नहीं बोलता है।
टीवी पर संभल का मामला सामने आने के बाद लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद जागी है। मुस्लिम सभासद भूरे खान ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग इस प्रकार की घटनाओं में शामिल नहीं है। कुछ कट्टरपंथी और पैसे के लालची लोग इस तरह की घटनाएं कर रहे हैं। जिनके खिलाफ जांच होनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य कई संगठनों ने जिलाधिकारी से मिलकर जांच करवा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। डीएम ने आश्वासन दिया है कि टीम पूरे मामले की जांच करेगी।