उत्तर प्रदेश के कन्नौज में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह की संपत्तियों की अब जांच की जा रही है। आरोपी के जेल जाने के बाद राजस्व विभाग उसकी संपत्तियों को खंगाल रहा है। इसके लिए नायब तहसीलदार के नेतृत्व में पांच लेखपालों की टीम गठित की है। यह टीम नवाब सिंह की चल और अचल संपत्तियों का विवरण निकाल रही है। यदि यह संपत्तियों अवैध निकली तो नवाब सिंह की मुश्किलें और बढ़ सकती है।
बता दें कि पूर्व सपा ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव पर एक नाबालिग से नौकरी देने के नाम पर दुष्कर्म का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने उसको डिग्री कॉलेज से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद पुलिस ने जब उसके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले, तो 16 मुकदमे मिले। इसके बाद जिला प्रशासन ने उसकी संपत्तियों की जांच कराने के लिए सदर एसडीएम रामकेश सिंह को निर्देश दिए। सदर एसडीएम ने नायब तहसीलदार के नेतृत्व में पांच लेखपालों की टीम गठित की है। जो उसकी संपत्तियों की जांच कर रही है। यह टीम तीन दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
जांच टीम ने आरोपी नवाब सिंह यादव के पैतृक गांव अड़ंगापुर से लेकर कन्नौज शहर, ग्राम नसरापुर स्थित चौधरी चंदन सिंह डिग्री कॉलेज तथा तिर्वा तहसील क्षेत्र में बने होटल की जांच शुरू कर दी है। एसडीएम ने बताया कि नायब तहसीलदार हिमांशु प्रभाकर, राजस्व निरीक्षक कन्नौज अरुण तिवारी, लेखपाल प्रिया पाल, विजयकांत शुक्ला, अमित मिश्रा, अभिषेक दुबे तथा सर्वे लेखपाल अमित रॉय को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद संपत्तियों पर भी कार्यवाही शुरू होगी। वहीं, पुलिस पीड़िता की बुआ की भी तलाश कर रही है। बुआ की गिरफ्तारी से कई अहम राज सामने आ सकते हैं।